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Personal vs Gold Loan: पर्सनल और गोल्ड लोन में कौन सा विकल्प चुनना है बेहतर, जानें फर्क

पर्सनल लोन में आपको अपनी किसी संपत्ति को गिरवी नहीं रखना होता है. वहीं गोल्ड लोन में सोने को गिरवी रखने पर लोन मिलता है. ऐसे में पर्सनल लोन में आपको बहुत से डॉक्यूमेंट्स जमा कराने पड़ते हैं.

Personal vs Gold Loan: जीवन में कभी-कभी ऐसा समय आता है जब व्यक्ति को अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है. बदलते समय के साथ अब लोगों के पास इमरजेंसी फंड प्राप्त करने के लिए कई तरह के ऑप्शन्स मौजूद हो गए हैं. इन्हीं में से दो बेहद कॉमन ऑप्शन है वह हैं पर्सनल लोन और गोल्ड लोन. आजकल लोग बिजनेस शुरू करने के लिए या कोरोना महामारी में आर्थिक संकट से निकलने के लिए भी इन लोन का सहारा ले रहे हैं.

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लेकिन, कई बार लोग पर्सनल लोन और गोल्ड को लेकर बहुत कंफ्यूज हो जाते हैं कि दोनों में से कौन सा ऑप्शन का चुनाव करें. तो चलिए हम आपको आज दोनों लोन की कुछ जरूरी बात बताते हैं. फिर आप अपना कन्फ्यूजन दूर कर सकते हैं. जानते हैं इस बारे में-

1. इस लोन में जरूरत होती है ज्यादा डॉक्यूमेंट्स की
बता दें कि पर्सनल लोन में आपको अपनी किसी संपत्ति को गिरवी नहीं रखना होता है.वहीं गोल्ड लोन में आपको सोने को गिरवी रखने पर लोन मिलता है. ऐसे में पर्सनल लोन में आपको बहुत से डॉक्यूमेंट्स जमा कराने पड़ते हैं. इसमें आपको आय प्रमाण पत्र, आईडी प्रूफ आदि बहुत से डॉक्यूमेंट्स जमा करना पड़ता है. वहीं गोल्ड लोन में केवल आदि और गोल्ड को गिरवी रखकर आप आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं.

2. प्रोसेसिंग फीस में होता है फर्क
पर्सनल लोन में किस तरह की स्कोरिटी नहीं ली जाती है. ऐसी स्थिति में बैंक आपके पूरे बैकग्राउंड को चेक करता है. इस कारण पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग फीस बहुत ज्यादा हो जाती है. फाइनेंशियल कंपनी या बैंक पर्सनल लोन में 0.5 प्रतिशत से लेकर 1 प्रतिशत तक प्रोसेसिंग फीस ज्यादा लेते हैं. वहीं गोल्ड लोन लेने पर आप अपना सोना गिरवी रखते हैं. ऐसी स्थिति में आपको किसी तरह की प्रोसेसिंग फीस नहीं जमा करना पड़ती है.

3. गोल्ड लोन जल्द मिलता है
आजकल बैंक और फाइनेंशियल कंपनी ग्राहकों को गोल्ड लोन देना पसंद कर रही है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यह सिक्योर्ड लोन माना जाता है. अगर ग्राहक लोन के पैसे नहीं लौटाता है तो ऐसी स्थिति में कंपनी या बैंक उसके सोने को बेचकर अपने पैसे वसूल सकती है. इस कारण यह जल्द से जल्द अप्रूव हो जाता है.

4. गोल्ड लोन रीपेमेंट है आसान
पर्सनल लोन की कंपेयर में गोल्ड लोन को रीपेमेंट करना ज्यादा आसान है. इसमें आपको कई तरह के रीपेमेंट ऑप्शन्स मिलते हैं. आप धीरे-धीरे इस लोन को आसानी से चुका सकते हैं.

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5. ब्याज दर का फर्क
बैंक गोल्ड लोन बेहद कम ब्याज दर पर ऑफर करते हैं. वहीं पर्सनल लोन में ब्याज दर बहुत ज्यादा होता है. इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि गोल्ड लोन एक सिक्योर्ड लोन है. इस कारण कम ब्याज दर में मिलता है. पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन है. इस कारण बैंक और फाइनेंशियल कंपनी इसमें ज्यादा ब्याज दर वसूलते हैं.

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