दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन (China) में करीब 40 करोड़ लोगों के इस समय लॉकडाउन (China Lockdown) में कैद होने का अनुमान है। चीनी अधिकारी ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron Variants) के चलते देश में आई कोरोना (Covid-19) की नई लहर को रोकने में कड़ाई से जुटे हुए हैं। लेकिन इन कड़े कदमों ने चीन के आर्थिक ग्रोथ (China Ecomonic Growth) को लेकर कुछ चिंताएं पैदा कर दी हैं।
चीन में लाखों लोगों को आइसोलेशन सेंटर में भेजा गया है। जबकि इससे भी अधिक संख्या में लोगों को घरों में रहने को कहा गया है। दर्जनों शहरों में अधिकारियों ने रोजाना के सामान्य जनजीवन पर रोक दिया है और वे कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में लगे हुए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि यह कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद चीन में आई अब तक की सबसे बड़ी लहर है।
जापानी बैंक नोमुरा के एक अनुमान के मुताबिक, चीन के करीब 45 शहरों में 37.3 करोड़ लोग किसी न किसी तरह के लॉकडाउन में हैं। यह चीन की करीब एक तिहाई आबादी है और इसका चीन की अर्थव्यवस्था में करीब 7.2 ट्रिलियन डॉलर का योगदान है।
कोरोना के खिलाफ चीन ने जो रणनीति अपनाई है, वो चीन की खुद के आर्थिक ग्रोथ के अनुमानों पर असर डालने लगी हैं। इसने लेकर सिर्फ कुछ अर्थशास्त्रियों ने ही नहीं, बल्कि चीन के प्रधानमंत्री ने भी हाल ही में चिंता जाहिर की है।
चीन ने साल 2022 के लिए जीडीपी में 5.5 फीसदी की उछाल का लक्ष्य रखा है। हालांकि चीन में रोजाना की आर्थिक गतिविधियां जिस तरह से बंद हुई हैं, उसे देखते हुए एक्सपर्ट ने इस लक्ष्य को लेकर चेतवानी देनी शुरू कर दी है। चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने सोमवार को स्थानीय अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा कि कोरोना वायरस की प्रत्येक नई लहर के साथ आर्थिक नुकसान बढ़ता जा रही है। ऐसे में अधिकारियों को महामारी रोकने के लिए ऐसे उपायों पर गौर करना चाहिए, जिससे आर्थिक ग्रोथ को भी प्रोत्साहन मिले।
ली केकियांग ने कहा, “यह काफी जरूरी हो गया महामारी के रोकथाम व नियंत्रण के उपायों और आर्थिक व सोशल विकास के बीच तालमेल बनाया जाए।”
शंघाई में आ रहे सबसे अधिक मामले
चीन में शुक्रवार को कोराना संक्रमण के 3,472 पॉजिटिव केस और 20,782 बिना लक्षण वाले मामले सामने आए। सबसे अधिक मामले चीन की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शंघाई (Shanghai) में सामने आए। शंघाई में शुक्रवार को लक्षण वाले करीब 3,200 केस और बिना लक्षण वाले करीब 19,872 मामले सामने आए। 2.6 करोड़ आबादी वाले शंघाई शहर में चीन ने कड़ा लॉकडाउन लगाया हुआ है।