महामारी के बीच डिजिटल कौशल और प्रतिभा की मांग बढ़ी है। मजबूत प्रदर्शन के दम पर, आईटी कंपनियां इस साल भी जमकर भर्तियां करने की तैयारी में हैं। टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल, कॉग्निजेंट और कैपजेमिनी जैसी प्रमुख आईटी कंपनियों ने नई नियुक्तियों का लक्ष्य निर्धारित किया है। इन कंपनियों ने कुल मिलाकर इस साल तीन लाख से अधिक नई नियुक्तियां करने का ऐलान किया है।
टीसीएस ने लक्ष्य से दोगुना नियुक्तियां की
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस चालू वित्त वर्ष में 40 हजार स्नातकों यानी फ्रेशर्स की नियुक्तियां करने की लक्ष्य रखा है। पिछले साल भी टीसीएस ने करीब इतनी भर्तियों की लक्ष्य रखा था लेकिन कंपनी ने इसके मुकाबले एक लाख नई भर्तियां की। विशेषज्ञों का कहना है कि टीसीएस चालू वित्त वर्ष में भी तय लक्ष्य से अधिक भर्तियां कर सकती है। टीसीएस ने 31 मार्च को खत्म तिमाही में 35 हजार से अधिक नियुक्तियां की जो अब तक किसी भी तिमाही का उच्चतम स्तर है।
इन्फोसिस भी पीछे नहीं
देश में आईटी क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी इन्फोसिस इस साल 50 हजार फ्रेशर्स की नियुक्तियां करने का लक्ष्य रखा है। हालांकि, कंपनी इससे अधिक भी नियुक्तियां कर सकती है। पिछले साल इन्फोसिस ने 85 हजार नई नियुक्तियां की जो लक्ष्य से करीब दोगुना अधिक है। इन्फोसिस में नौकरी छोड़कर जाने की दर भी अधिक है जिससे उसे अधिक भर्तियां करनी पड़ रही हैं। ऐसे में फ्रेशर्स के लिए वहां अधिक मौके हैं।
विप्रो-एचसीएल ने भी किया ऐलान
विप्रो चालू वित्त वर्ष में 30 हजार भर्तियों का लक्ष्य रखा है जो पिछले साल से करीब दोगुना है। पिछले वित्त वर्ष में विप्रो ने 17,500 नियुक्तियां की थी। इसी तरह एचसीएल ने इस साल अपने भर्तियों के लक्ष्य को बढ़ाकर 45 हजार कर दिया है। जबकि पिछले साल उसने 22 हजार नियुक्तियां की थी।
फ्रांस की आईटी कंपनी कैपजेमिनी की योजना इस साल 60 हजार लोगों को नियुक्त करने की है। इसके लगभग आधे कर्मचारी भारत में स्थित हैं। कॉग्निजेंट भी 50 फ्रेशर्स को नियुक्त करना चाहती है जबकि पिछले साल उसने 33 हजार भर्तियां की थी।
छोटी कंपनियां भी दिखा रहीं दम
डिजिटल भुगतान फर्म फोनपे ने 2,800 लोगों को नियुक्त करने की योजना बनाई है। वहीं फिनटेक बैंकबाजार ने 1,500 लोगों को नियुक्त करने की योजना बनाई है। क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म कॉइनबेस ने भारत में एक हजार लोगों को नियुक्त करने की योजना बनाई है जबकि इन्फोविजन ने कहा है कि वह 2,000 लोगों को काम पर रखेगा।
हाईब्रिड वर्क से मिल रहे ज्यादा मौके
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संकट को देखते हुए ज्यादातर कंपनियों ने ऑफिस और घर से काम (हाईब्रिड वर्क) को अपनाया है। इससे आईटी पेशेवरों की मांग में इजाफा हुआ है। उनका कहना है कि इस साल बड़ी और छोटी आईटी कंपनियों के साथ फिनटेक क्षेत्र की अन्य कंपनियों से हजारों और नौकरियों की उम्मीद है। इसमें भी लक्ष्य से अधिक भर्तियां देखने को मिल सकती हैं।