जिन कंपनियों के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में आग लगने की कोई घटना नहीं हुई है, वे भी इस साल कोई ई-स्कूटर लॉन्च नहीं करेंगे. सरकार ने इस मामले में केवल एक मौखिक सुझाव जारी किया है.
नई दिल्ली. देश भर में इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटनाओं के बीच केंद्र सरकार ने सभी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनियों को नई गाड़ियों की लॉन्चिंग रोकने लिए कहा है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने हाल ही में राजधानी में एक बैठक की, जिसमें इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में बढ़ती आग लगने की घटनाओं पर चर्चा की गई.
इस निर्देश के अनुसार, जिन कंपनियों के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में आग लगने की कोई घटना नहीं हुई है, वे भी इस साल कोई ई-स्कूटर लॉन्च नहीं करेंगे. अब तक सरकार ने इस मामले में केवल एक मौखिक सुझाव जारी किया है. अब यह देखा जाना बाकी है कि कंपनियां इस कैसे प्रतिक्रिया देती हैं?
इन कंपियों ने जारी किए रिकॉल
सरकार ने कंपनियों को बाजार में मौजूदा मॉडल बेचने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र रखा हैं. इससे पहले कई कंपनियां आग लगने की वजह से रिकॉल जारी कर चुकी हैं. Okinawa ने 3,215 स्कूटरों वापस बुलाने के लिए रिकॉल जारी किया, प्योर ईवी, जो पिछले साल से आग से संबंधित घटनाओं में पाया गया है. ओला इलेक्ट्रिक ने भी 1,441 स्कूटरों को वापस बुलाने के लिए रिकॉल किया है, जबकि प्योरईवी ने लगभग 2,000 इकाइयों के लिए इसी तरह रिकॉल किया था.
सरकार ने बनाई जांच टीम
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी कुछ दिन पहले इन घटनाओं की जांच के लिए एक्सपर्ट कमेटी बनाई है. यह कमेटी ना सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं के जांच करेगी, बल्कि इन हादसों को रोकने के लिए जरूरी सुझाव भी देगी. उन्होंने इन घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और लापरवाही पाए जाने पर संबंधित कंपनीज पर भारी जुर्माना लगाने की बात कही है.
एक महीने पहले सामने आया था पहला मामला
इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने का पहला मामला 26 मार्च को सामने आया था, जब पुणे में एक ओला ए1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था. इसी 26 मार्च की शाम तमिलनाडु के वेल्लोर में ओकिनावा इलेक्ट्रिक स्कूटर में आगने की घटना सामने आई. इसके दो दिन बाद 30 मार्च को चेन्नई में प्योर ईवी के एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटना सामने आई थी. नासिक में 11 अप्रैल को ट्रक में भरे स्कूटरों में आग लग गई थी. इसके बाद कई ऐसे मामले साने आ चुके हैं, जिनमें स्कूटरों में आग लगने वजह से कुछ लोगों की जान गंवानी पड़ी है.