हाउसिंग लोन देने वाली देश की दिग्गज कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड की नई कर्ज दर तत्काल प्रभावी, नए कस्टमर पर नहीं पड़ेगा असर. इससे पहले, एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपनी कर्ज दरों में वृद्धि की थी.
नई दिल्ली. लगता है कि सस्ते होम लोन के दिन अब धीरे-धीरे खत्म होने वाले हैं. हाउसिंग लोन देने वाली देश की दिग्गज कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) ने रविवार को अपनी बेंचमार्क कर्ज दर्ज में 0.05 फीसदी की बढ़ोतरी की है. इससे कंपनी से कर्ज ले चुके मौजूदा ग्राहकों के लिए मासिक किस्त (EMI) बढ़ जाएगी. नई दर रविवार से ही प्रभावी हो गई है. हालांकि, नए कस्टमर्स के लिए दरें अपरिवर्तित रहेंगी. इससे पहले, एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपनी कर्ज दरों में वृद्धि की थी.
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एसडीएफसी के नए कस्टमर्स के लिए 30 लाख रुपये तक के कर्ज पर ब्याज दर 6.8 फीसदी, जबकि 30 लाख रुपये से अधिक और 75 लाख रुपये तक के लिए यह दर 7.05 फीसदी होगी. 75 लाख रुपये से ऊपर का रेट 7.15 फीसदी है. कंपनी ने रविवार को कहा, ‘‘एचडीएफसी ने हाउसिंग लोन पर अपनी खुदरा प्रमुख कर्ज दर (आरपीएलआर) को 1 मई, 2022 से 0.05 फीसदी बढ़ा दिया है.’
वहीं, नई महिला कस्टमर के लिए नई महिला के लिए 30 लाख रुपये तक के कर्ज पर आरपीएलआर 6.75 फीसदी, 30 लाख रुपये से 75 लाख रुपये तक 7 फीसदी जबकि 75 लाख रुपये से अधिक पर रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट 7.15 फीसदी होगी. उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक आने वाले महीनों में ब्याज दरों को लेकर सख्त रुख अपना सकता है. इसका कारण यह है कि भू-राजनीतिक तनावों के कारण फैली महंगाई पर अंकुश लगाना उसकी प्राथमिकता है.
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ब्याज दरें सबसे निचले स्तर पर
पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति बैठक में महंगाई को लेकर जताई गई चिंता के बाद कर्ज दर बढ़ाने का सिलसिला जारी है. केंंद्रीय बैंक ने विकास को बढ़ावा देने के लिए महंगाई से निपटने की रणनीति बनाई है. पिछले दो वर्षो से बेहद लचीली मौद्रिक नीति और अतिरिक्त लिक्विडिटी के कारण ब्याज दरें अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं. इससे कर्ज देने वाली कई कंपनियां 6.5 फीसदी से कम पर भी हाउसिंग लोन दे रहीं हैं.