गरुड़ पुराण में ष्णु भक्ति का वर्णन किया गया है, साथ ही बताया गया है कि आखिर कैसे आप माता लक्ष्मी को रुठने से बचा सकते हैं.
अठारह पुराणों में गरुड़ पुराण विशेष महत्व रखता है, इसमें विष्णु भक्ति का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है. गरुड़ पुराण के बारे में सबको लगता है कि इसे सिर्फ मृत्यु के बाद ही पढ़ा जाता है. लेकिन गरुड़ पुराण में ऐसी बहुत सारी बाते बताई गई हैं जिनको पढ़ने के बाद जीवन और मरण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी. गरुड़ देव भगवान विष्णु के वाहन है, यही वजह है कि गरुड़ पुराण में मुख्य तौर पर विष्णु जी का जिक्र है. गरुड़ पुराण में ज्ञान,विज्ञान, धर्म, नीति और नियम भी बताए गए हैं. मृत्यु के बाद जीवन में क्या होता है इसका गरुण पुराण में विस्तार से वर्णन है. वहीं गरुण पुराण में जीवन का रहस्य भी बताया गया है. ऐसे में गरुड़ पुराण में ये भी बताया गया है कि आखिर आप अपनी लक्ष्मी को हमेशा कैसे प्रसन्न रख सकते हैं
1. साफ सुथरे कपड़े पहनें
गरुण पुराण में कहा गया है कि हमें साफ सुथरे और सुंगधित वस्त्र पहनने चाहिए. इससे धन और सौभाग्य में वृद्धि होती है. गंदे वस्त्र पहनने वालों और अपने घर को गंदा रखने वालों के यहां लक्ष्मी का वास नहीं होता है. ऐसे घर में दरिद्रता आती है. सौभाग्य नष्ट हो जाता है.
2. साफ- सफाई
कई सारे लोग घर की साफ-सफाई पर भी ध्यान नहीं देते उनके परिवार से लक्ष्मी रुष्ट होकर लौट जाती है. इस घर का सौभाग्य नष्ट होता है और दरिद्रता का आगमन होने लगता है. घर को गंदा रखने वालों के यहां लक्ष्मी का वास नहीं होता है, उस घर में दरिद्रता आती है.
3. दाता दरिद्रः कृपणोर्थयुक्तः पुत्रोविधेयः कुजनस्य सेवा।
परापकारेषु नरस्य मृत्युः प्रजायते दिश्चरितानि पञ्च।।
यह श्लोक भी गरुड़ पुराण में उल्लिखित है जिसका अर्थ है देने वाले को हमेशा अपने सामर्थ्य के अनुसार ही दान देना चाहिए, जो व्यक्ति पहले से ही दरिद्र है उसे ‘दाता’ नहीं बनना चाहिए.