बेहतर नतीजों के बाद आज टाटा मोटर्स के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. इस तेजी के बाद निवेशकों को इसे बेचकर निकल जाना चाहिए या अपनी पोजिशन को होल्ड करना चाहिए? जानिए एक्सपर्ट्स की राय.
नई दिल्ली. टाटा समूह की वाहन कंपनी टाटा मोटर्स के बेहतर तिमाही नतीजों का असर इसके शेयर प्राइस पर दिखने लगा है. शुक्रवार को दोपहर के कारोबार में कंपनी के शेयर में करीब 10 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. बीएसई पर टाटा मोटर्स का शेयर दिन के 1 बजे 410 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा था.
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जनवरी-मार्च 2022 तिमाही में टाटा मोटर्स के घाटे में तेज गिरावट दर्ज की गई है. वाहनों की मांग बढ़ने से कंपनी घाटा कम करने में कंपनी सफल रही है. इस तिमाही में टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध घाटा 87 फीसदी कम होकर 992.05 करोड़ रुपये रह गया है. वित्त वर्ष 2020-21 की इसी तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध घाटा 7,585.34 करोड़ रुपये रहा था. बेहतर तिमाही नतीजों के बाद अब मौजूदा शेयरधारकों को इसमें प्रॉफिट बुकिंग करना चाहिए या इसे होल्ड करना चाहिए, इस बारे में इन एक्सपर्ट्स की ये है राय-
प्रभुदास लीलाधर
टाटा मोटर्स के शेयर को लेकर ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर का सकारात्मक रुख बरकरार है. फर्म ने अपनी बाय रेटिंग बरकरार रखी है. साथ ही इसके लिए 600 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. प्रभुदास लीलाधर का कहना है कि पोर्टफोलियो में बदलाव की वजह से टाटा मोटर्स के पैसेंजर वाहन सेग्मेंट में आगे भी मांग बनी रहेगी. ग्राहक अब एसयूवी और इलेक्ट्रिक कारों को प्राथमिकता दे रहे हैं जिसका फायदा कंपनी को मिलता रहेगा. इसके अलावा कमर्शियल वाहनों के सेगमेंट में भी मांग लगातार बनी रहेगी.
सीएलएसए
ब्रोकिंग हाउस सीएलएसए (CLSA) ने टाटा मोटर्स की रेटिंग को अपग्रेड कर दिया है. पहले उसने इसे सेल रेटिंग दी थी, जिसे अपग्रेड कर अंडरपरफॉर्म कर दिया है. साथ ही इसका टारगेट प्राइस 392 रुपये से बढ़ाकर 411 रुपये कर दिया है. सीएलएसए का कहना है कि कंपनी का घरेलू कारोबार काफी मजबूत था, लेकिन जेएलआर ने चुनौतियां पैदा कर दी हैं. हालांकि, पैसेंजर और कमर्शियल वाहनों की मजबूत मांग की वजह के वॉल्यूम को बढ़ावा मिल सकता है.
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एमके (Emkay)
ब्रोक्रिंग फर्म एमके का कहना है कि जेएलआर की ऑर्डर बुक 1,68,000 यूनिट्स पर मजबूत है, जबकि डीलर इन्वेंट्री कम है. आरआर/आरआर स्पोर्ट जैसी नई पीढ़ी के प्रॉडक्ट से आगे ऑर्डर-बुकिंग बढ़ने की उम्मीद है. फर्म ने इसे बाय रेटिंग देते हुए टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है. पहले के 530 रुपये के टारगेट प्राइस को बढ़ाकर अब 535 रुपये कर दिया है.