देश में आसमान छूती महंगाई (Inflation) से अभी भी निजात मिलने की उम्मीद नहीं है. आरबीआई (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन दिवसीय बैठक में लिए गए फैसले आज यानी बुधवार को आएंगे. उम्मीद की जा रही है कि इस बार रेपो रेट (Repo Rate) में 0.35 से 0.40 प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है. अगर आरबीआई रेपो रेट में इजाफा करती है तो आपके विभिन्न प्रकार के कर्ज महंगे होंगे ही साथ ही इसका असर आपके मासिक किस्त (EMI) पर भी पड़ेगा.
नई दिल्ली. देश में आसमान छूती महंगाई (Inflation) से अभी भी निजात मिलने की उम्मीद नहीं है. आरबीआई (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन दिवसीय बैठक में लिए गए फैसले आज यानी बुधवार को आएंगे. उम्मीद की जा रही है कि इस बार रेपो रेट (Repo Rate) में 0.35 से 0.40 प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है. अगर आरबीआई रेपो रेट में इजाफा करती है तो आपके विभिन्न प्रकार के कर्ज महंगे होंगे ही साथ ही इसका असर आपके मासिक किस्त (EMI) पर भी पड़ेगा. आपको आज के बाद से पहले से ज्यादा ईएमआई देना पड़ सकता है. इसी तरह अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में इजाफा होने से गेहूं और इससे बने ब्रेड और आटा सहित अन्य खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतें आपके जेब पर असर डाल सकती है.
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बता दें कि दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादक देश सऊदी अरब ने एशियाई देशों के लिए कच्चे तेल के दाम में 6.50 डॉलर की ऐतिहासिक बढ़ोतरी कर दी है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें अब 102.04 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है. मई के बाद यह सबसे बड़ी बढ़ोतरी है. इसका असर अगले कुछ दिनों में घरेलू बाजार पर साफ नजर आएगा.
बढ़ती महंगाई क्या और बढ़ेगी?
जानकार बताते हैं कि अगर महंगाई की दर एक निश्चित दायरे से बाहर निकल जाए तो अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर डाल सकती है. इससे निजी खपत घट जाएगी जिसका असर कंपनियों के मार्जिन पर पड़ेगा और उत्पादन भी गिर जाएगा. यही कारण है कि रिजर्व बैंक ने अप्रैल के शुरुआती हफ्ते में जारी मौद्रिक नीति समिति के फैसलों में विकास दर अनुमान को घटा दिया था.
रेपो रेट पर आज आएगा बड़ा फैसला
देश में महंगाई का दबाव ऐसा है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कुछ महीने पहले 2022-23 के लिए खुदरा महंगाई की औसत दर का अनुमान पहले के 4.5 फीसदी से बढ़ाकर 5.75 फीसदी कर दिया. दूसरी ओर, जीडीपी की विकास दर का अनुमान जो पहले 8 फीसदी से ज्यादा था, उसे घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया है.
बढ़ती महंगाई को लेकर एक ग्रहणी की क्या है राय
गौरतलब है कि बढ़ती महंगाई ने एक आम आदमी के जीवन पर कितना असर डाला है, इसको जानने के लिए न्यूज- 18 हिंदी ने गाजियाबाद की रहने वाली पूजा कौशिक से बात की. पूजा एक ग्रहणी के साथ-साथ ड्राइक्लीन की दुकान भी चलाती हैं. पूजा के पति प्रमोद कौशिक एक गाइड हैं, जिनके पास पिछले तीन सालों से कोई काम नहीं है. पूजा ही घर संभालती हैं, साथ-साथ ड्राइक्लीन की दुकान भी चलाती है.
पूजा बताती हैं, ‘कोविड के बार-बार झटके ने ड्राइक्लीन की दुकान को चौपट कर दिया है. ग्राहक पहले की तुलना में अभी भी न के बराबर ही आ ऱहे हैं. आपको बता दें कि ग्राहकों का आना लगभग बंद ही हो गया है. इस बीच मेरे पति का काम बंद हो गया. टूरिस्ट इंडिया नहीं आ रहे हैं, जिससे पति घर में बेरोजगार बैठे हैं. हमने दुकान पर लोगों के घरों से कपड़े लाने के लिए एक लड़का रख रखा था, उसे भी हटाना पड़ा. काम करने के साथ-साथ अब मेरे ऊपर किचन की भी जिम्मेदारी है और आज के वक्त में किचन का खर्चा कुछ कम नहीं है. दाल, चावल, सब्जी, आटा सबके दाम हर सप्ताह बढ़ जा रहे हैं. महंगाई बढ़ती देखी थी, लेकिन इस तरह से बढ़ेगी इसकी उम्मीद नहीं कर रहे थे.’