Airfare Hike Update: महंगाई की मार हवाई यात्रियों की जेब पर भी पड़ी है. महंगे हवाई ईंधन के हवाई किराया 35 फीसदी से 51 फीसदी तक महंगा होता चला गया है.
Airfare Hike: महंगाई का असर चौतरफा है. इस गर्मी की छुट्टी के दौरान हवाई सफर करने वालों को अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है. और आज से सरकारी तेल कंपनियों ने हवाई ईंधन के दामों में 16 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी कर दी है तो माना जा रहा है कि सभी एयरलाइंस इसका भार सीधे तौर पर अपने कस्टमर्स की जेब पर डालेंगी. जिसकी शुरुआत स्पाइसजेट ने कर भी दी है. स्पाइसजेट ने हवाई किराये में 15 फीसदी तक इजाफा कर दिया है. एयरलाइंस के चेयरमैन और एमडी अजय सिंह ने कहा है कि महंगे एटीएफ और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के चलते उनके पास हवाई किराया महंगा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
ये भी पढ़ें– Bank of Maharashtra: इस बैंक के ग्राहकों के लिए बड़ी खबर! जल्द खुलेगी 300 नई ब्रांच
जानें, 6 महीने में कितना महंगा हुआ हवाई सफर!
आपको बता दें बीते एक सालों में हवाई ईंधन के दामों में 120 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जा चुकी है. बीते छह महीने में सरकारी तेल कंपनियों ने 12 बार हवाई ईंधन के दामों की समीक्षा की है उसमें से 11 बार उन्होंने एटीएफ के दामों में बढ़ोतरी की है. बीते छह महीने में एटीएफ के दामों में रूस और यूक्रेन के युद्ध के चलते जबरदस्त इजाफा हुआ है जिसके चलते हवाई किराया भी महंगा हुआ है. उदाहरण के तौर पर जनवरी 2022 में दिल्ली से मुंबई का हवाई किराया 5,955 रुपये हुआ करता था जो जून 2022 में बढ़कर 8300 रुपये का हो चुका है यानि 40 फीसदी महंगा. दिल्ली से पटना का हवाई किराया जनवरी 2022 में 4500 रुपये के करीब हुआ करता था वो जून 2022 में बढ़कर 6800 रुपये हो चुका है. यानि 51 फीसदी महंगा. तो दिल्ली से कोलकाता का हवाई किराया जनवरी 2022 में 5960 रुपये हुआ करता था वो अब बढ़कर 8055 रुपये हो चुका है यानि 35 फीसदी महंगा.
ये भी पढ़ें–
ये भी पढ़ें– Federal Rate Hike Impact: बाजार पर खतरा-रुपया गिरने का डर, फेड के ब्याज दरें बढ़ाने का ये होगा भारत पर असर
महंगे एटीएफ के साथ हवाई किराया भी महंगा
आपको बता दें दिल्ली से श्रीनगर का मौजूदा हवाई किराया 7800 से 12000 रुपये के बीच है. दिल्ली से बैंगलुरु का हवाई किराया 8900 रुपये के करीब है तो हैदराबाद और बैंगलुरु के बीच का हवाई किराया 6053 रुपये के करीब है. जो सामान्य से ज्यादा है. ये बताने के लिए काफी है सरकारी तेल कंपनियों द्वारा हवाई ईंधन के दामों में बढ़ोतरी के बाद हवाई किराया भी महंगा होता चला गया है. कोरोना महामारी के दौरान एयरलाइंस सेक्टर बेहद संकट के दौर से गुजरी है. अब महंगा हवाई ईंधन इस सेक्टर की मुश्किलें और बढ़ा रहा है. तो महंगे हवाई ईंधन का खामियाजा हवाई यात्रियों को उठाना पड़ेगा. स्पाइसजेट के बाद माना जा रहा है दूसरे एयरलाइंस भी हवाई किराया महंगा कर सकते हैं.