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अमेरिकी सेना के ‘हनुमान’ बनेंगे एलन मस्‍क! चीन से जंग हुई तो 60 मिनट में कहीं भी पहुंचा देंगे हथियार

elon musk

Elon Musk Pentagon Military Starships: एलन मस्‍क अमेरिकी वायुसेना के लिए हनुमान बन सकते हैं। एलन मस्‍क की कंपनी स्‍पेसएक्‍स और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के बीच एक समझौता हुआ है जिसमें यह सहमति बनी है कि स्‍टारशिप रॉकेट के जरिए मात्र 60 मिनट में दुनिया में कहीं भी हथियार भेजने की संभावना को परखा जाएगा।

हाइलाइट्स

  • दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्‍क अमेरिकी सेना के लिए ‘हनुमान’ की भूमिका निभा सकते हैं
  • अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन एलन मस्‍क के स्‍टारशिप रॉकेट का एक बेड़ा तैयार करना चाहती है
  • इसके जरिए अमेरिकी हथियारों को दुनिया में कहीं भी 60 मिनट के अंदर सामान पहुंचाया जा सकता है

वॉशिंगटन: अंतर‍िक्ष में धड़ाधड़ सैकड़ों उपग्रह छोड़ रहे दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्‍क अमेरिकी सेना के लिए ‘हनुमान’ की भूमिका निभा सकते हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के लीक हुए दस्‍तावेजों से खुलासा हुआ है कि पेंटागन एलन मस्‍क के स्‍टारशिप रॉकेट का एक बेड़ा तैयार करना चाहती है। इसके जरिए अमेरिकी हथियारों और अन्‍य सैन्‍य साजो-सामान को दुनिया में कहीं भी 60 मिनट के अंदर सामान पहुंचाया जा सकता है।

इस लीक हुए दस्‍तावेज को ट्रांसपोर्टेशन कमांड ने तैयार किया है। इसके तहत एलन मस्‍क की कंपनी के साथ एक समझौता किया गया है ताकि जोरदार ताकत वाले स्‍टारशिप रॉकेट के जरिए अगले 5 साल के अंदर सामानों को भेजने की तकनीकी व्यवहार्यता का पता लगाया जा सके। अगर यह सफल रहता है तो मस्‍क की कंपनी स्‍पेसएक्‍स सैन्‍य रॉकेट का निर्माण शुरू कर सकती है। मस्‍क के इस रॉकेट को कई बार इस्‍तेमाल किया जा सकता है और यही वजह है कि इसका इस्‍तेमाल करना भी बहुत कम खर्चीला है।

चीन के साथ जंग में अमेरिका को मिलेगी तत्‍काल मदद
अमेरिकी सेना का यह प्‍लान सफल होने पर वह कार्गो विमान का इंतजार किए बिना ही मात्र 60 मिनट के अंदर दुनिया में अविश्‍वसनीय गति से सामानों की आपूर्ति कर पाएगी। पेंटागन ने संकेत दिया है कि स्‍पेस लॉन्‍च में सैन्‍य सामानों को भेजने पर फोकस किया जाएगा लेकिन उसने यह भी कहा है कि अंतरिक्ष में इंसानों को भी भेजा जा सकता है। इसमें तीन तरह के इस्‍तेमाल की बात कही गई है। इसमें कहा गया है कि चीन के साथ जंग की सूरत में प्रशांत महासागर में तत्‍काल मदद भेजी जा सकेगी। एयर फोर्स के लिए दुनिया में कहीं भी सामानों की ढुलाई। विश्‍व के किसी देश में अमेरिकी दूतावास पर हमले की स्थिति में तत्‍काल मदद भेजना।

यह अभी तक स्‍पष्‍ट नहीं हुआ है कि यह पूरी परियोजना स्‍पेस फोर्स से कितना जुड़ी हुई है। अमेरिकी सेना स्‍पेस जुड़ी गतिविधियों से निपटने के लिए स्‍पेस फोर्स बना रही है। स्‍पेस फोर्स एक गश्‍त लगाने वाली सेना है जो चंद्रमा पर नजर रखती है और खतरों पर नजर रखती है। स्‍पेसएक्‍स का यह रॉकेट 165 फुट लंबा है और पिछले काफी समय से अमेरिकी सरकार के रेडॉर पर है। अमेरिकी वायुसेना को यह काफी फायदेमंद लग रहा है।

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