एनसीपी नेता के मुताबिक, ‘शरद पवार ने बैठक में कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं. एक बार मंत्रियों को विभागों का बंटवारा हो जाने के बाद उनकी अशांति सामने आएगी, जिसके परिणामस्वरूप अंततः सरकार गिर जाएगी.’
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना है, क्योंकि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार अगले 6 महीनों में गिर सकती है. उन्होंने यह बयान राकांपा विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए दिया. शरद पवार ने अपनी पार्टी के विधायकों और अन्य नेताओं से राज्य में मध्यावधि चुनाव की संभावना को ध्यान में रखते हुए जनसंपर्क बढ़ाने के लिए कहा.
बैठक में शामिल राकांपा के एक नेता ने शरद पवार के हवाले से कहा, ‘महाराष्ट्र में नवगठित सरकार अगले छह महीनों में गिर सकती है, इसलिए सभी को मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए.’ एनसीपी नेता के मुताबिक, ‘शरद पवार ने बैठक में कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं. एक बार मंत्रियों को विभागों का बंटवारा हो जाने के बाद उनकी अशांति सामने आएगी, जिसके परिणामस्वरूप अंततः सरकार गिर जाएगी.’
राकांपा विधायक अपने क्षेत्रों में अधिक समय बिताएं: शरद पवार
पवार ने यह भी कहा कि इस प्रयोग (शिंदे गुट-भाजपा सरकार) की विफलता के कारण कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी (उद्धव ठाकरे की शिवसेना) में लौट आएंगे. उन्होंने कहा कि अगर हमारे हाथ में केवल 6 महीने हैं, तो राकांपा विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में अधिक समय बिताना चाहिए. शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के पतन के बाद एकनाथ शिंदे ने गत 30 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने उनके डिप्टी के रूप में शपथ ली.
बीजेपी नेता राहुल नार्वेकर बने महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लगभग 40 शिवसेना विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ 22 जून को विद्रोह कर दिया था और पहले सूरत फिर गुवाहाटी के होटल में कैम्प कर गए थे. जिसके परिणामस्वरूप 29 जून को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी. रविवार को हुए महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में भी उद्धव ठाकरे गुट को झटका लगा. बीजेपी विधायक राहुल नार्वेकर नए स्पीकर चुने गए. उन्होंने शिंदे गुट और बीजेपी विधायकों को मिलाकर कुल 164 वोट मिले. जबकि उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के उम्मीदवार राजन साल्वी को कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन के बावजूद सिर्फ 107 वोट मिले.