booster dose rule change: दो बूस्टर डोज के बीच की मियाद को अब सरकार ने कम कर दिया है. लोग बूस्टर डोज अब 9 की जगह 6 महीने बाद ही लगवा सकेंगे. इसके अलावा इसके नियम में भी बदलाव किए गए हैं. किन लोगों को मुफ्त में दी जायेगी खुराक, क्या है अंतराल कम करने की वजह जानें पूरी डिटेल्स!
नई दिल्ली. देश में कोरोना के बढ़ते ग्राफ़ को देखते हुए सरकार ने बूस्टर खुराक पर बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए बूस्टर डोज लगाने के नियम बदल दिए हैं.अबसे बूस्टर डोज़ लेने वालों को 9 महीने का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा. नौ महीने की जगह अब बूस्टर डोज 6 महीने बाद ही लगवा सकेंगे.ओमिक्रोन वेरिएंट के सब वेरिएंट BA.2.75 के मामलों में तेजी के चलते केंद्र सरकार ने बिना देरी किए बूस्टर डोज की मियाद को घटाने का फैसला किया है
कब ले सकते हैं बूस्टर डोज़ ?
अगर आपने दूसरा डोज ले लिया है तो अब आपको बूस्टर डोज के लिए 9 महीने की जगह 6 महीने या 26 हफ्ते इंतजार करना होगा.
क्यूों लिया गया है यह फैसला, क्या कारण है इसका ?
इस पर आईसीएमआर के पूर्व डीजी डॉ एन के गांगुली का कहना है की यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि कोरोना वायरस के ओमिक्रान के सब-वेरिएंट BA.2.75 के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है और कई वैक्सीन की इम्यूनिटी सिर्फ 6 महीने तक ही रहती है. दूसरी तरफ पहले वैक्सीन कम थी लेकिन अब वैक्सीन भी भरपूर है और जिस तरह से सक्रमण बढ़ रहा है, उसमें बूस्टर डोज लगाना ज़रूरी है.
कोविन सिस्टम में भी किया गया है बदलाव !
सरकार ने सिफारिशों को मानने के साथ ही नए नियमों से बूस्टर खुराक लगाने के लिए कोविन सिस्टम में भी इसी तरह के बदलाव कर दिए हैं.
किन लोगों को मुफ्त में दी जाएगी खुराक ?
60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों और स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों, फ्रंट लाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज मुफ्त में दी जाएगी.