FRP for Sugarcane: केंद्र सरकार ने 12वीं किस्त जारी करने से पहले किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. मोदी सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए गन्ने के मूल्य में 2.6 फीसदी का इजाफा किया है और अब किसानों को अगले चीनी सत्र में गन्ने पर प्रति क्विंटल 15 रुपये ज्यादा भुगतान किए जाएंगे. इससे गन्ना किसानों की आमदनी उनकी लागत की तुलना में बढ़कर लगभग दोगुनी हो जाएगी.
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Highest FRP for sugarcane approved: सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक और बड़ा फैसला ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की केंद्रीय कैबिनेट (CCEA) ने गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) को 15 रुपये बढ़ाकर 305 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. यानी अब किसानों के खाते में उनकी लागत से दोगुने पैसे आएंगे.
सरकार ने किया बड़ा ऐलान
कैबिनेट में सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए FRP बढ़ा दिया है. दरअसल, FRP वह कीमत होती है जिसके नीचे किसानों को भुगतान नहीं किया जा सकता है. यानी इस हिसाब से अब किसानों को गन्ने पर 305 रुपये प्रति क्विंटल का गारंटी मूल्य मिलेगा. यह मूल्य चीनी सत्र 2022-23 (अक्तूबर-सितंबर) के लिए लागू किया गया है. उपभोक्ता मंत्रालय ने जानकारी दी है कि FRP में 10.25 फीसदी से अधिक की वसूली में प्रत्येक 0.1 फीसीद की वृद्धि के लिए 3.05 रुपये प्रति क्विंटल का प्रीमियम भी दिया जाएगा, जबकि वसूली में प्रत्येक 0.1 फीसदी की कमी आने पर FRP 3.05 रुपये घटा दी जाएगी. इतना ही नहीं सरकार की तरफ से बताया गया है कि चीनी मिलों के मामले में वसूली दर 9.5 फीसदी से कम रहने पर कोई कटौती नहीं की जाएगी.
Highest FRP for sugarcane approved: सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक और बड़ा फैसला ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की केंद्रीय कैबिनेट (CCEA) ने गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) को 15 रुपये बढ़ाकर 305 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. यानी अब किसानों के खाते में उनकी लागत से दोगुने पैसे आएंगे.
सरकार ने किया बड़ा ऐलान
कैबिनेट में सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए FRP बढ़ा दिया है. दरअसल, FRP वह कीमत होती है जिसके नीचे किसानों को भुगतान नहीं किया जा सकता है. यानी इस हिसाब से अब किसानों को गन्ने पर 305 रुपये प्रति क्विंटल का गारंटी मूल्य मिलेगा. यह मूल्य चीनी सत्र 2022-23 (अक्तूबर-सितंबर) के लिए लागू किया गया है. उपभोक्ता मंत्रालय ने जानकारी दी है कि FRP में 10.25 फीसदी से अधिक की वसूली में प्रत्येक 0.1 फीसीद की वृद्धि के लिए 3.05 रुपये प्रति क्विंटल का प्रीमियम भी दिया जाएगा, जबकि वसूली में प्रत्येक 0.1 फीसदी की कमी आने पर FRP 3.05 रुपये घटा दी जाएगी. इतना ही नहीं सरकार की तरफ से बताया गया है कि चीनी मिलों के मामले में वसूली दर 9.5 फीसदी से कम रहने पर कोई कटौती नहीं की जाएगी.
खाते में आएँगे दोगुने पैसे!
मंत्रालय ने बताया कि चीनी सत्र 2022-23 में गन्ना उत्पादन पर प्रति क्विंटल 162 रुपये का खर्चा आने का अनुमान है, जबकि किसानों को प्रति क्विंटल 305 रुपये दिए जाएंगे, जो उनकी उत्पादन लागत से 88 फीसदी ज्यादा है. यानी इससे किसानों के खाते में एकदम से दोगुने पैसे आने लगेंगे. मौजूदा चीनी सत्र में गन्ने की कीमत 290 रुपये प्रति क्विंटल है. और अब FRP में बढ़ोतरी के साथ गन्ना किसानों की आमदनी बढ़कर लगभग दोगुनी हो जाएगी.
आठ साल में 34 फीसदी बढ़ा FRP
केंद्र सरकार किसानों की आय बढाने को लेकर कितनी सजग है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मोदी सरकार ने पिछले आठ साल में गन्ने का गारंटी मूल्य 34 फीसदी बढ़ा दिया है. और साथ ही आने वाले चीनी सत्र में मिलों की ओर से करीब 3,600 लाख टन गन्ने की खरीद होने की संभावना है. ऐसे में अगले सत्र में किसानों को करीब 1.20 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा. यानी किसानो की आय एक बार फिर बढ़ेगी.
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किसानों को बंपर फायदा
सरकार ने कहा है कि गन्ने का मूल्य बढ़ाने के साथ हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसानों को उनका भुगतान समय पर दिया जाए. आपको बता दें कि सरकार के इस फैसले से सीधे तौर पर देश के 5 करोड़ किसानों को लाभ होगा. साथ ही चीनी मिलों में काम करने वाले 5 लाख कामगारों को भी इसका फायदा पहुंचेगा.