कंपनी हमेशा से इन-पर्सन मीटिंग्स और डेमोज़ में विश्वास करती रही है. इसी उद्देश्य के लिए कर्मचारियों को अब सप्ताह में 3 दिन शारीरिक रूप से ऑफिस आने को प्रेरित किया जाएगा. इसकी शुरुआत सितंबर से हो सकती है.
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नई दिल्ली. ऐपल (Apple) ने अपने कैलिफोर्निया मुख्यालय के पास सांता क्लारा काउंटी में काम करने वाले कर्मचारियों को वापस ऑफिस बुला लिया है. कहा जा रहा है कि उन्हें सप्ताह में तीन बार ऑफिस से काम करना होगा. ब्लूमबर्ग और द वर्ज की रिपोर्ट्स के अनुसार, Apple के कर्मचारियों को मंगलवार और गुरुवार को अपने ऑफिस में जाने के लिए कहा जाएगा. व्यक्तिगत टीमें (Individual teams) इन-पर्सन काम करने के लिए एक अतिरिक्त तीसरे दिन का चयन करेंगी. मतलब ये उन टीमें ही तय करेंगी कि उन्हें किस दिन ऑफिस में मौजूद रहना है.
यह कदम इस बात का संकेत है कि ऐपल अपने कर्मचारियों से इन-पर्सन काम कराने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐपल हमेशा से इन-पर्सन मीटिंग्स और डेमो (Demo) का कल्चर फ़ॉलो करने पर जोर देता है. इस कल्चर से बेहतर हार्डवेयर बनाए और बेचे जा सकते हैं. इसी उद्देश्य के लिए कर्मचारियों को शारीरिक रूप से उपस्थित होना जरूरी समझा जाता है.
सितंबर से शुरुआत की संभावना
गर्मियों से ही Apple के कर्मचारी सप्ताह में 2 दिन अपने ऑफिस जाकर काम करते रहे हैं. Apple ने एक ऐसा सिस्टम बनाने की योजना बनाई थी, जिसमें कर्मचारी इस साल की शुरुआत में सप्ताह में तीन दिन कार्यालय से काम करेंगे. द वर्ज के अनुसार, Apple के सॉफ्टवेयर प्रमुख क्रेग फेडेरिगी (Craig Federighi) ने कहा कि सितंबर में कर्मचारियों को ईमेल में Apple के हाइब्रिड वर्क प्लान की जानकारी दी जाएगी और यहीं से सप्ताह में 3 दिन ऑफिस की शुरुआत होगी. हालांकि Apple के प्रतिनिधि ने इस पर कोई भी कमेंट करने से इन्कार किया है.
हायरिंग में कमी के बाद कई रिक्रूटर्स को निकाला
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल इंक ने पिछले हफ्ते अपने कई कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड रिक्रूटर्स की छंटनी कर दी. यह कंपनी की हायरिंग में कमी और खर्चों पर लगाम लगाने की योजना का हिस्सा है. सूत्रों के मुताबिक, Apple ने इसके तहत 100 कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स की छंटनी की है. रिक्रूटर्स के पास Apple के लिए नए कर्मचारियों की भर्ती की जिम्मेदारी थी. वहीं, इस छंटनी से संकेत मिलते हैं कि कंपनी सुस्ती के दौर से गुजर रही है.
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छंटनी पर ऐपल ने क्या कहा
निकाले गए वर्कर्स को बताया गया है कि ऐपल की मौजूदा कारोबारी जरूरतों में बदलाव के कारण यह कदम उठाया गया है. ब्लूमबर्ग ने पिछले महीने जारी अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि कंपनी कई वर्षों के बाद अपनी हायरिंग में कमी करने पर विचार कर रही है. ऐपल के सीईओ टिम कुक (Tim Cook) ने Apple की अर्निंग कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा था कि कंपनी अपने खर्चों पर ज्यादा “विचार” यानी सोच समझकर करेगी.