हेल्थ इंश्योरेंस कवर अब लोगों की प्राथमिकताओं की लिस्ट में ऊपर आ चुका है. परंतु लोगों को यह समझने में समस्या होती है कि कितने रुपयों का कवर लिया जाए. 5 लाख, 10 लाख या फिर एक करोड़? यह आर्टिकल आपको सबकुछ समझने में मदद करेगा.
नई दिल्ली. कोरोना के बाद से हमारी जिंदगी में कई अहम बदलाव आ चुके हैं. इनमें से एक बड़ा बदलाव हेल्थ इंश्योरेंस से भी जुड़ा हुआ है. अब लोगों को लगने लगा है कि केवल नियोक्ता कंपनी द्वारा मुहैया कराया गया हेल्थ इंश्योरेंस काफी नहीं है. यदि नौकरी नहीं तो इंश्योरेंस भी नहीं. इसी तरह अब 5 लाख तक का कवर भी छोटा लगने लगा है.
आम लोग पहले के मुकाबले अब फाइनेंशियल प्लानिंग और खासकर हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर काफी सजग हो गए हैं. लेकिन अब भी कुछ लोगों को सही हेल्थ इंश्योरेंस चुनने में दिक्कत होती है. उन्हें अपने हेल्थ इंश्योरेंस की जरूरत और सम एश्योर्ड को लेकर भी दुविधा रहती है. तो आज हम आपकी इसी दुविधा को दूर कर रहे हैं.
मेट्रो शहरों में रहने वालों को चाहिए बड़ा हेल्थ कवर
आपके हेल्थ कवर का एक मुख्य निर्धारक है आपके रहने की जगह. यदि आप बड़े अथवा मेट्रो शहरों में रहते हैं तो आपका कवर ज्यादा होना चाहिए.
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस के अंडरराइटिंग, प्रॉडक्ट्स और क्लेम के डायरेक्टर भाबातोष मिश्रा कहते हैं, “दिल्ली में स्वास्थ्य देखभाल की लागत और भुवनेश्वर की लागत में बहुत बड़ा अंतर है. हेल्थकेयर की खपत का एक बड़ा हिस्सा स्थानीय है. इसलिए, आपको कम से कम उस राज्य में हेल्थकेयर के खर्चों पर विचार करना चाहिए, जहां आप रहते हैं.” भले ही आप वर्तमान में किसी महानगरीय शहर में नहीं रहते हों, लेकिन आपको अपने राज्य की राजधानी में अस्पताल में भर्ती होने के खर्चों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए.
अपनी जरूरतों को समझना जरूरी
पॉलिसीबाजार के हेल्थ एंड ट्रैवल बिजनेस के हेड अमित छाबड़ा कहते हैं, “आपको देखना होगा कि अस्पताल में क्या आप शेयर्ड कमरे में रह सकते हैं या आपको अलग से कमरा चाहिए? या फिर हो सकता है कि आप एक डीलक्स कमरे से कम कुछ पसंद न करें. यदि आपको डीलक्स रूम चाहिए तो 5 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस बहुत तेजी से खत्म हो जाएगा.” इसके अलावा यदि आपको एक एक्सक्लूसिव रूम चाहिए तो फिर आपको ऐसे प्रॉडक्ट का रुख करना चाहिए, जिसमें रूम रेंट की लिमिट न हो. जाहिर है इसके लिए ज्यादा प्रीमियम चुकाना होगा.
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उम्र और हेल्थ की हिस्ट्री
अधिक आयु वर्ग के लोगों को बड़े स्वास्थ्य कवर की आवश्यकता होती है, क्योंकि पुरानी बीमारियों के लिए उन्हें जल्दी-जल्दी अस्पताल की विजिट करनी पड़ती है. भाबातोष मिश्रा कहते हैं, “आयु मायने रखती है. 35 और 55 पर, आपकी आवश्यकताएं अलग होंगी. जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमें अधिक स्वास्थ्य बीमा राशि की आवश्यकता होती है, क्योंकि जब पुरानी बीमारियां जड़ें जमाने लगती हैं… तब कैंसर के चांस भी बढ़ जाते हैं. ऐसे में उपचार महंगा होता है.”
फैमिली फ्लोटर कैसा रहेगा?
सच तो ये है कि वरिष्ठ नागरिकों को उतने अधिक से अधिक कवर की आवश्यकता होती है, जितना कि वे वहन कर सकते हैं. यदि आप अपने माता-पिता को अपने परिवार के फ्लोटर कवर में शामिल करना चाहते हैं, तो एक अच्छा विकल्प नहीं होगा. वजह ये है कि यदि किसी वर्ष में ज्यादा क्लेम हुए तो कवर भी जल्दी खत्म हो जाएगा. उसके बाद यदि परिवार के किसी और सदस्य पर संकट आता है तो वे लाभ से वंचित रह सकते हैं.
इसलिए सुनिश्चित करें कि आप अपने माता-पिता के लिए अलग पॉलिसी खरीदें. यदि पहले से मौजूद बीमारियों के कारण आपके माता-पिता के लिए किफायती प्रीमियम पर कवर नहीं मिल सकता है तो उनके लिए वरिष्ठ नागरिक पॉलिसीज़ पर विचार करें.
कम से कम 10 लाख रुपये का कवर तो चाहिए
कमरे के किराए की सब-लिमिट, आनुपातिक कटौती (Proportionate Deduction) और सह-भुगतान अनुपात (Co-pay ratios) जैसे प्रतिबंधों को समाप्त करने के अलावा, एक बड़ा कवर खरीदने से आपकी आवश्यकताओं का ध्यान रखा जा सकता है.
हालांकि, आपको अपने सामर्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है. एक बड़ी बीमा राशि भी उच्च प्रीमियम के साथ आती है. इसलिए, आपको अपनी आवश्यकता और अपने बजट के बीच संतुलन बनाना होगा. SecureNow इंश्योरेंस ब्रोकर्स के प्रिंसिपल ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर अभिषेक बोंडिया कहते हैं, ”कुल मिलाकर सभी के लिए 10 लाख रुपये के कवर की जरूरत है.
उन्होंने एक थम्बरूल भी सुझाया, “आपको एक स्वास्थ्य कवर की आवश्यकता है जो आपकी वार्षिक आय के बराबर हो. ऐसा इसलिए है, क्योंकि आपकी जीवनशैली से बहुत-सी बीमारियां जुड़ी हुई हैं, जो बदले में आपकी आय से जुड़ी हुई हैं.” 5 लाख रुपये के कवर अब पर्याप्त नहीं हैं. छाबड़ा कहते हैं, “आपके पास एक परिवार में प्रति व्यक्ति 10 लाख रुपये का कवर होना चाहिए.”
क्या आपको 1 करोड़ का कवर चाहिए?
यहां, फिर से आपको अपनी जरूरतों और सुविधाओं पर विचार करना होगा. छाबड़ा को लगता है कि यदि बजट हो तो व्यक्ति के पास 1 करोड़ रुपये का कवर होना चाहिए. वे कहते हैं, “जरूरी नहीं कि 1 करोड़ रुपये का कवर लेने के लिए आपको काफी ज्यादा पैसा चुकाना होगा. 10 लाख के कवर और 1 करोड़ रुपये के कवर में 5-7 फीसदी का ही अंतर होगा.”
यहां एक बात आपको ध्यान में रखनी चाहिए कि हेल्थ इंश्योरेंस हर साल रिन्यू कराने होते हैं. कई बार प्रीमियम भी बढ़ जाता है. इसलिए भविष्य में आपका प्रीमियम भी बढ़ने के आसार हैं. तो आप भी अपने भविष्य की आय के हिसाब से ही कवर लें, ऐसा न हो कि यह आपके बजट से बाहर हो जाए.
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मिश्रा कहते हैं, “100 प्रतिशत कवरेज प्राप्त करना असंभव है. आपको उस स्तर के कवर की जरूरत है जो आपको आत्मविश्वास दे. क्या आप 98 प्रतिशत घटनाओं को कवर करना चाहते हैं जो हो सकती हैं? यदि हां, तो शायद 1 करोड़ रुपये की बीमा राशि पर्याप्त होगी.”