Power Walk, Health News, Fitness Tips: सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी डेनमार्क विश्वविद्यालय के अध्ययन शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पाया कि हर दिन 10,000 कदम चलने से हृदय रोग, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के साथ साथ मृत्यु दर का खतरा भी कम हो जाता है. हर दिन पैदल चलना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है.
What is power walk, How to Walk, Health Tips: आज भी जब अच्छे स्वास्थ्य और फिटनेस की बात आती है तो लोग पैदल चलने की बात कहते हैं. कई लोग इसके लिए पैमाना भी निर्धारित करते हैं कि हर दिन उन्हें कितना चलना है. पैदल चलना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन एक रिसर्च के मुताबिक अच्छे स्वास्थ्य के लिए सिर्फ पैदल चलना ही नहीं बल्कि यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि आप किस तरह से पैदल चलते हैं.
पैदल चलना सिर्फ कदमों की संख्या ही नहीं बल्कि आप जिस रफ्तार से चलते हैं वह भी हेल्थ में बहुत फर्क डालता है. कई बार आपकी स्पीड परिणामों को बदल देती है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक 78,500 लोगों पर एक अध्यय किया गया. इसमें लोगों के चलने की गति और गति में होने वाले बदलाव से स्वास्थ्य में होने वाले बदलाव का जांचा गया.
सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी डेनमार्क विश्वविद्यालय के अध्ययन शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पाया कि हर दिन 10,000 कदम चलने से हृदय रोग, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के साथ साथ मृत्यु दर का खतरा भी कम हो जाता है. सिडनी विश्व विद्यालय के एक शोधकर्ता ने कहा कि जो लोग सुरक्षात्मक स्वास्थ्य पाना चाहते हैं वे लोग हर दिन 10,000 कदम का लक्ष्य रख सकते हैं, बल्कि वे अगर तेज रफ्तार से चलते हैं कहीं ज्यादा उन्हें फायदा होगा.
शोधकर्ताओं ने कहा कि पैदल चलते समय लोगों का ध्यान सिर्फ स्टेप्स काउंट पर होता है लेकिन शायद ही कभी किसी का ध्यान कदमों की गति पर जाता हो. दक्षिणी डेनमार्क विश्वविद्यालय एसोसिएट प्रोफेसर बोरजा डेल पोजो क्रूज़ के अनुसार, जो लोग कम सक्रिय हैं उनके लिए दिन में कम से कम 3,800 स्टेप्स चलना फायदेमंद होगा. इससे डिमेंशिया जैसी बीमारी को 25 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है.
अध्यय में सामने आए कई महत्वपूर्ण तथ्य
- हर दिन 10,000 कदम चलने से मृत्यु दर का खतरा 8 से 11 प्रतिशत तक कम हो जाता है.
- पैदल चलने से कैंसर और हृदय रोग जैसी बीमारियों में भी लाभदायक है, हालांकि पैदल चलने का दोनो में ही समान संबंध देखे गए.
- प्रतिदिन अधिक संख्या में पैदल चलने से डिमेंशिया जैसी बीमारी का भी खतरा कम होता है.
- धीमे चलने की अपेक्षा तेज चलना शरीर के लिए ज्यादा प्रभावकारी दिखाई दिया.
पैदल चलने को लेकर एक और एक्सपर्ट डॉ निधि बजाज गुप्ता, फिजियोथेरेपी हीलर, समग्र वेलनेस कोच और संस्थापक, मेरहकी ने सलाह दी कि यदि कोई हर दिन 30 मिनट पैदल चलता है जिसमें से पांच दिन पावर वॉक के हैं तो वह अपने एरोबिक कोटा को हिट कर सकता है. उन्होंने कहा कि जब आप अपनी गति बढ़ाते हैं तो इससे कार्डियोवैस्कुलर लाभ, अपनी मांसपेशियों की टोनिंग और अपने को बेहतर मजबूत फील करना शुरू कर देंते हैं.