Rashi Parivartan 2022 October: शनि देव के मार्गी और मंगल देव के वक्री होने से इन राशि के लोगों के कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
Rashi Parivartan 2022 October: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अक्टूबर में कई ग्रह अपनी राशि बदलेंगे, जिसका असर सभी राशि के लोगों पर पड़ेगा। वहीं इस दौरान कई राशि के लोगों के लिए समय अनुकूल नहीं हो सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनतेरस के दिन शनि देव मकर राशि में मार्गी होंगे। वहीं 30 अक्टूबर को मंगल देव मिथुन राशि में वक्री होंगे। आइए जानते हैं इस दौरान किन-किन राशि के लोगों को सावधान रहना होगा।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शनि देव दसवें व एकादश भाव से स्वामी होते हैं। वहीं मंगल देव आठवें भाव के स्वामी होते हैं। इस दौरान जातकों के खर्च बढ़ सकते हैं और इस कारण परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सेहत के प्रति सावधान रहना होगा। व्यापार कर रहे जातकों को इस दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कुछ जातकों को मानसिक तनाव की स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है।
वृषभ राशि
इस राशि के जातकों के लिए शनि देव नौवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं। वहीं मंगल देव सातवें भाव के स्वामी होते है। ज्योतिष के अनुसार इस अवधि में जातकों को निवेश आदि से बचना चाहिए, अन्यथा नुसकान हो सकता है। यात्रा के कारण खर्च बढ़ सकते हैं और आर्थिक परेशानियां का भी सामना करना पड़ सकता है।
मिथुन राशि
जातकों को इस दौरान सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। इस दौरान यात्रा पर भी जानें से परहेज करें। निजी जीवन में भी कुछ समस्याएं हो सकती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि देव सातवें और आठवें भाव के स्वामी होते हैं। वहीं मंगल देव पांचवें व दसवें भाव के स्वामी होते हैं। इस दौरान जातकों के खर्च में बढ़ोतरी हो सकती है। धन का भी नुकसान हो सकता है। दांपत्य जीवन में भी कुछ समस्याएं हो सकती है।
कन्या राशि
इस राशि के जातकों को इस अवधि में काम का दबाव बढ़ सकता है। स्वास्थ्य के प्रति भी इस दौरान सावधान रहना होगा। वहीं शनि देव के मार्गी होने से छात्र जातकों को भी पढ़ाई में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जातक किसी भी प्रकार के बदलाव करने से बचें, अन्यथा नुकसान हो सकता है।
त के प्रति सावधान रहना होगा। व्यापार कर रहे जातकों को इस दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कुछ जातकों को मानसिक तनाव की स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है|
वृषभ राशि
इस राशि के जातकों के लिए शनि देव नौवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं। वहीं मंगल देव सातवें भाव के स्वामी होते है। ज्योतिष के अनुसार इस अवधि में जातकों को निवेश आदि से बचना चाहिए, अन्यथा नुसकान हो सकता है। यात्रा के कारण खर्च बढ़ सकते हैं और आर्थिक परेशानियां का भी सामना करना पड़ सकता है।