राजस्थान में आगामी त्योहारी सीजन के मद्देनजर एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत राज्य में मिलावटी भोजन की जानकारी देने वाले को 51,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा.
Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगामी त्योहारी सीजन के मद्देनजर एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत राज्य में मिलावटी भोजन की जानकारी देने वाले को 51,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा. इसका ऐलान गहलोत के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि शुद्ध खाद्य उत्पाद प्राप्त करना नागरिकों का अधिकार है और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए. राज्य के लोग मिलावट की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 181 पर कर सकते हैं. जिला कलेक्टर और संबंधित अधिकारियों को शिकायत दर्ज करा सकते हैं. व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाएगी.
जन की जानकारी देने वाले को 51,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा.
इस बीच, हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने वाले लोगों को मिलावटी भोजन का दावा प्रमाणित होने पर इनाम मिलेगा. साथ ही घटिया खाना बांटने वाले की खबर देने वालों को 5,000 रुपये देने की भी घोषणा की गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन में जनभागीदारी सुनिश्चित की जाये. मोबाइल लैब को प्रभावी ढंग से उपयोग करने के निर्देश भी दिए गए. प्रदेश में सैंपल जांच के लिए सात नई लैब स्थापित की जा रही हैं. गहलोत ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की तैनाती को भी मजबूत किया गया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करने के लिए मोबाइल लैब का उपयोग भी किया जाए. विशेष अभियान के दौरान दूध,मावा,पनीर,मिठाइयों, दूध से बने अन्य उत्पाद, आटा, बेसन, खाद्य तेल, घी, सूखे मेवे, मसालों, अन्य खाद्य पदार्थों तथा बाट व माप की जांच को प्राथमिकता दी जाए. खाद्य पदार्थों में मिलावट कर प्रदेशवासियों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले उत्पादकों, थोक विक्रेताओं और बड़े खुदरा विक्रेताओं के विरूद्ध मौके पर ही सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए आवश्यक संशोधन का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेज दिया गया है.