रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का स्वास्थ्य ठीक नहीं है. उनकी हालिया तस्वीरों को इंटरनेट पर देखा जा रहा हैं जिनमें उनके हाथों पर काला रंग और अजीबोगरीब निशान देखा गया है. यह दिलचस्प है कि क्या पुतिन वाकई उतने ही फिट हैं और स्वस्थ हैं जितना कि वह प्रदर्शित करते रहे हैं.
नई दिल्ली. रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का स्वास्थ्य ठीक नहीं है. उनकी हालिया तस्वीरों को इंटरनेट पर देखा जा रहा हैं जिनमें उनके हाथों पर काला रंग और अजीबोगरीब निशान देखा गया है. ऐसा दावा किया गया है कि यह आईवी का निशान है जो लंबे समय तक दवा लेने के कारण उभर गया है. वहीं, दूसरी ओर, सेवानिवृत्त ब्रिटिश सेना अधिकारी और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य रिचर्ड डैनट ने कहा कि पुतिन का स्वास्थ्य अच्छा नहीं है. यूके स्थित एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है.
खबरों के मुताबिक लॉर्ड डैनट ने कथित तौर पर कहा कि पुतिन के हाथ ऊपर से काफी काले दिख रहे हैं. यह काला रंग इंजेक्शन के कारण आया है और यह बताता है कि वे शरीर के अन्य हिस्सों में इंजेक्शन नहीं ले पा रहे हैं. यह दिलचस्प है कि क्या पुतिन वाकई उतने ही फिट हैं और स्वस्थ हैं जितना कि वह प्रदर्शित करते रहे हैं. इस तथ्य पर नजर रखी जा सकती है. इस बीच अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट भी बताती है कि पुतिन को कुछ महीने पहले कैंसर से पीड़ित समझा गया था. वहीं, यह भी बताया गया कि इस साल मार्च में रूसी राष्ट्रपति जानलेवा हमले में बच गए थे. बीते महीने पुतिन 70 साल के हो गए हैं और उन्हें यूक्रेन पर हमले के कारण अपनी कुर्सी बचाने के लिए सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा है.
पार्किंसंस और पैंक्रियाटिक कैंसर दोनों से पीड़ित हैं?
मिरर में हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में क्रेमलिन के जासूसी दस्तावेजों के हवाले से दावा किया गया है कि पुतिन पार्किंसन और पैंक्रियाटिक कैंसर दोनों से पीड़ित हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसी अफवाहें थीं कि रूसी राष्ट्रपति का कई सालों से स्वास्थ्य खराब है और डॉक्टरों की एक टीम हमेशा उनके साथ होती है और लगातार निगरानी करती रहती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुतिन के “दुबलेपन और लगातार खांसी” से उनके खास लोग चिंतित हैं. यह कहा गया कि पुतिन ने हाल के महीनों में तेजी से अपना वजन कम किया है और यह उनकी बिगड़ती हेल्थ के कारण भी हो सकता है. रूसी सुरक्षा सेवाओं के अंदरूनी सूत्र के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, ‘यह पुष्टि कर सकता हूं कि पुतिन को पार्किंसंस रोग के शुरुआती चरण का पता चला है, लेकिन यह पहले से ही बढ़ रहा है.’
बीमारी की रिपोर्ट पुरानी, कई बार सामने आई खबरें
जब से पुतिन ने 24 फरवरी को अपने सैन्य बलों को यूक्रेन पर आक्रमण करने का आदेश दिया, तब से उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में अफवाहें उड़ रही हैं. इससे पहले मई में, क्रेमलिन से जुड़े कुलीन वर्ग की एक लीक रिकॉर्डिंग ने बताया था कि पुतिन, रक्त कैंसर से गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं. मई में रूस के विजय दिवस परेड में ‘राष्ट्रपति के खांसते और कंबल में छिपते हुए’ नजर आए थे. तब से सरकार से जुड़ा कुलीन वर्ग पुतिन के बिगड़ते स्वास्थ्य के बारे में अटकलें लगा रहा था. द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मॉस्को में एक सैन्य जुलूस के दौरान रूसी राष्ट्रपति के पास ‘अपेक्षाकृत हल्के’ मौसम के बावजूद ‘अपने पैरों पर मोटा हरा आवरण’ था.
रूसी नेताओं की बीमारियों का खुलासा नहीं किया गया
क्रेमलिन के पास रूसी नेताओं के स्वास्थ्य के बारे में ईमानदार होने का अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है. द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि लियोनिद ब्रेजनेव, यूरी एंड्रोपोव, कॉन्स्टेंटिन चेर्नेंको और बोरिस येल्तसिन सहित पिछले सोवियत नेताओं की बीमारियों का खुलासा नहीं किया गया था. इससे पहले फरवरी में, पुतिन ने फ्रांसीसी और जर्मन नेताओं को चार मीटर की मेज के सबसे दूर बैठने के लिए मजबूर किया था, जिससे अफवाहें फैल गईं कि पुतिन को डर था कि कहीं उन्हें कोविड संक्रमण न हो जाए. पोलिटिको की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग का यह “चरम रूप” और साथ ही “उनके चेहरे की अस्पष्टीकृत सूजन” एक संकेत हो सकता है कि वह एक अज्ञात चिकित्सा के लिए स्टेरॉयड ले रहे हों.