प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झुग्गी-झोपड़ी वासियों के पुनर्वास के लिए दिल्ली के कालकाजी में ‘यथास्थान झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास परियोजना’ के अंतर्गत बनाए गए 3024 नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों की चाबियां आज पात्र लाभार्थियों को सौंपेंगे.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झुग्गी-झोपड़ी वासियों के पुनर्वास के लिए दिल्ली के कालकाजी में ‘यथास्थान झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास परियोजना’ के अंतर्गत बनाए गए 3024 नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों की चाबियां आज पात्र लाभार्थियों को सौंपेंगे. पीएम मोदी आज शाम 4:30 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में इन फ्लैटों को उनके सभी मालिकों को देंगे. सभी के लिए आवास उपलब्ध कराने के प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के माध्यम से 376 झुग्गी झोपड़ी क्लस्टरों में यथास्थान झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास का कार्य किया जा रहा है.
इस पुनर्वास परियोजना का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ी क्लस्टरों में रहने वालों को उचित सुख-साधनों एवं सुविधाओं से लैस बेहतर और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है. डीडीए ने कालकाजी एक्सटेंशन, जेलरवाला बाग और कठपुतली कॉलोनी में ऐसी तीन परियोजनाएं शुरू की हैं. कालकाजी एक्सटेंशन परियोजना के अंतर्गत कालकाजी स्थित भूमिहीन कैंप, नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप नामक तीन झुग्गी-झोपड़ी क्लस्टरों का यथास्थान पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. चरण-I के तहत खाली पड़े एक नजदीकी वाणिज्यिक केंद्र स्थल पर 3024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण किया गया है. भूमिहीन कैंप के पात्र परिवारों को नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में पुनर्वासित करके भूमिहीन कैंप की झुग्गी-झोपड़ी वाली जगह को खाली किया जाएगा. भूमिहीन कैंप वाली जगह खाली कराने के बाद इस जगह का उपयोग दूसरे चरण में नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप के पुनर्वास के लिए किया जाएगा.
परियोजना का चरण-। पूरा हो चुका है और 3024 फ्लैट रहने के लिए तैयार अवस्था में हैं. इन फ्लैटों का निर्माण लगभग 345 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और ये समस्त नागरिक सुविधाओं से लैस हैं. इनमें विट्रिफाइड फ्लोर टाइल्स, सिरेमिक टाइल्स, रसोईघर में उदयपुर ग्रीन मार्बल काउंटर आदि से फिनिशिंग की गई है. यहां सामुदायिक पार्क, इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, दोहरी पानी पाइपलाइन, लिफ्ट, स्वच्छ जलापूर्ति आदि के लिए भूमिगत जलाशय आदि जैसी सार्वजनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं. फ्लैटों का आवंटन लोगों को मालिकाना हक के साथ-साथ सुरक्षा की भावना भी प्रदान करेगा.