रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की अहम बैठक से पहले आईसीआईसीआई बैंक, बंधन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक ने MCLR में बढ़ोतरी की है. इससे कर्ज महंगा हो जाएगा और वर्तमान कर्ज पर EMI बढ़ जाएगी.
रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक से पहले पांच बैंकों ने लेंडिंग रेट्स में बढ़ोतरी की है. अगर आपने पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बंधन बैंक, ICICI बैंक और इंडियन बैंक से लोन लिया है या फिर लेने वाले हैं तो हर महीने जाने वाली EMI महंगी हो जाएगी. सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स) में 0.30 फीसदी तक वृद्धि कर दी है, जबकि बैंक ऑफ इंडिया ने इन दरों को 0.15 फीसदी तक बढ़ाया है. लेंडिंग रेट्स में बढ़ोतरी से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन सबकुछ महंगा हो जाएगा. इसका असर वर्तमान कर्जधारकों पर भी होगा और इसकी ईएमआई बढ़ जाएगी.
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PNB और बैंक ऑफ इंडिया का MCLR
PNB की नई दर 1 नवंबर से प्रभावी हो चुकी है. एक साल की अवधि वाली उधारी दर 7.75 फीसदी से बढ़ाकर 8.05 फीसदी कर दी गई है. वहीं अन्य सभी अवधियों वाली उधारी दर 7.40-8.35 फीसदी कर दी गई हैं. बैंक ऑफ इंडिया का एक साल के लिए लेंडिंग रेट एक नवंबर से 7.95 फीसदी हो जाएगी जो अभी तक 7.80 फीसदी थी. बाकी सभी अवधियों वाली उधारी दरों में 0.10 फीसदी की वृद्धि की गई हैं.
ICICI Bank और इंडियन बैंक का MCLR
ICICI Bank ने लेंडिंग रेट्स में 20 बेसिस प्वाइंट्स तक की बढ़ोतरी की है. नई दर 1 नवंबर से प्रभावी है. बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, अब 1 साल का एमसीएलआर बढ़कर 8.30 फीसदी हो गया है. छह महीने का 8.25 फीसदी हो गया है. इंडियन बैंक ने एमसीएलआर में 35 बेसिस प्वाइंट्स तक की बढ़ोतरी की है. ओवरनाइट एमसीएलआर 35 बेसिस प्वाइंट्स बढ़कर 7.40 फीसदी हो गया है. एक साल का एमसीएलआर बढ़कर 8.10 फीसदी हो गया है.
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बंधन बैंक का MCLR
बंधन बैंक ने लेंडिंग रेट्स में 32-79 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है. नई दर 31 अक्टूबर से प्रभावी है. ओवरनाइट एमसीएलआर अब 9.69 फीसदी, 1 महीने का 9.69 फीसदी, तीन महीने का 9.69 फीसदी है. छह महीने का 10.04 फीसदी, 1 साल का एमसीएलआर 10.32 फीसदी, दो साल का 10.71 फीसदी और तीन साल का एमसीएलआर बढ़कर 11.10 फीसदी हो गया है.