नई दिल्ली. एलन मस्क का कहना है कि ट्विटर भारत और कई अन्य देशों में ‘बहुत धीमा’ है. ट्विटर के स्लो होने की बात उन्होंने 13 नवंबर को भी कही थी और इसके लिए ट्विटर यूजर्स से माफी मांगी थी. अब एक बार फिर एलन मस्क ने ट्विटर के कई देशो में धीमा होने की बात कही है और साथ ही उन्होंने इसका कारण भी बताया है. मस्क ने कहा कि होमलाइन ट्वीट्स को रीफ्रेश करने में समय लगता है
15 अक्टूबर को उन्होंने ट्वीट किया ‘ट्विटर भारत, इंडोनेशिया और कई अन्य देशों में बहुत धीमा है. यह एक तथ्य है, ‘दावा’ नहीं. होमलाइन ट्वीट्स को रीफ्रेश करने के लिए 10 से 15 सेकेंड आम बात है. कभी-कभी, यह बिल्कुल काम नहीं करता है. खासकर एंड्रॉइड फोन पर एकमात्र सवाल यह है कि बैंडविड्थ / विलंबता / ऐप के कारण कितना विलंब हो रहा है.’ इसी मुद्दे पर उन्होंने एक और ट्वीट किया और लिखा, ”अमेरिका में एक ही ऐप को रिफ्रेश करने में 2 सेकंड लगते हैं, लेकिन भारत में रिफ्रेश होने में ~20 सेकंड, खराब बैचिंग/वर्बोज कॉम के कारण लगते हैं. वास्तव में ट्रांसफर किया गया उपयोगी डेटा कम है.”
ऐसे बढ़ेगी स्पीड
सर्वर कंट्रोल टीम के अनुसार, ‘माइक्रो सर्विसेज’ के 1200 सर्वर साइड हैं. इनमें से 40 ट्विटर के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. मस्क ने कहा उपयोग की गति में सुधार के लिए 1200 नंबर को कम करना, डेटा उपयोग को कम करना, ट्रिप्स और ऐप को आसान बनाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐप सिर्फ होम टाइमलाइन रेंडर करने के लिए> 1000 कमजोर बैच वाले RPC कर रहा है.
ट्विटर के पूर्व कर्मचारी और सटर हिल वेंचर्स के सीटीओ, सैम पुलारा ने मस्क के माफी वाले ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “असली मुद्दा यह है कि वे सर्वर साइड रेंडरियन को अनदेखा करते हैं और आपको केवल एक ट्वीट देखने के लिए टन कोड डाउनलोड करना होगा. अन्य देशों में ट्विटर के धीमा होने का कारण राउंड ट्रिप और शुरुआती डाउनलोड है. इसमें बैकएंड उतना योगदान नहीं दे रहा है.