हरियाणा के अंबाला जिले में 12वीं कक्षा के एक छात्र ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण पढ़ाई बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने मृतक छात्र के शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं ये कदम उठाने से पहले छात्र ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ठहराया है। सुसाइड नोट में छात्र ने अपनी मां से माफी भी मांगी है।
ये मामला अम्बाला कैंट के महेश नगर का है। जहां 17 वर्षीय 12 वीं के छात्र ने पढ़ाई के डर से आत्महत्या कर ली। नाबालिग छात्र का पिता पलम्बर का काम करता है। छात्र के पिता ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि वो काम पर गया था और उसका लड़का घर पर था। घर पर बेटे के अलावा कोई नहीं था। उसके पड़ोसियों ने फ़ोन करके उसको बताया कि उसके बेटे ने फांसी लगा ली है।
सूचना मिलते ही वो घर पर आया। पिता ने बताया कि उसका बेटा कहता था कि उसे ट्यूशन नहीं जाना है। हालांकि, उन्होंने उसे ट्यूशन ना भेजने की बात कही थी, लेकिन अब बेटे ने सुसाइड कर लिया। वहीं पुलिस के जांच अधिकारी राजेश ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। छात्र के शव को नागरिक अस्पताल अम्बाला कैंट में पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया पुलिस का कहना है कि पिता ने बताया कि पढ़ाई के कारण आत्महत्या की है. मृतक छात्र दो भाई थे और उनके पिता मेहनत मजदूरी करते है. फिलहाल पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने किसी को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया है.
सुसाइड नोट में लिखी ये बात
छात्र ने ये कदम से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा। जिसमें छात्र ने लिखा है कि मां मेरी हर गलती नू माफ कर दे, मित्तल मैम को भी कह देना मैनू माफ कर दें। सबनू कह दे मैंनू पालन लेई मैंनू पढ़ान लेई तेरा बोहत धन्यवाद। मां मैंनू माफ करीं, मैं अपनी मौत का खुद जिम्मेवार हूं।