Reserve Bank of India: सूत्रों के अनुसार रिलायंस कैपिटल के कर्जदाताओं का मानना है कि बोलीकर्ताओं की तरफ से लगाई गई बोली काफी कम है. ऐसी स्थिति में सीओसी (COC) बोलीकर्ताओं से संशोधित बोली लगाने को कह सकते हैं.
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Anil Ambani: कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पिछले दिनों खबर आई थी कि रिलायंस कैपिटल की सहयोगी रिलायंस निप्पॉन लाइफ को बिड़ला ग्रुप की तरफ से खरीदा जा सकता है. इसके बाद इसके शेर में मामूली तेजी देखी गई थी. लेकिन अब इससे जुड़ा एक और अपडेट सामने आया है. सूत्रों से मिली खबर के अनुसार रिलायंस कैपिटल को लोन देने वाले संस्थानों की समिति (COC) बोलीदाताओं से मिली सभी बाध्यकारी बोलियों के पक्ष में नहीं हैं.
बोलीकर्ताओं की तरफ से लगाई गई बोलियां काफी कम
सूत्रों की तरफ से यह जानकारी दी गई. सूत्रों के अनुसार रिलायंस कैपिटल के कर्जदाताओं का मानना है कि बोलीकर्ताओं की तरफ से लगाई गई बोली काफी कम है. ऐसी स्थिति में सीओसी (COC) बोलीकर्ताओं से संशोधित बोली लगाने को कह सकते हैं. हालांकि संशोधित बोली भी उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने पर कर्जदाता रिलायंस कैपिटल को दिवाला प्रक्रिया के लिए भेजने की मांग कर सकते हैं.
28 नवंबर थी बोली लगाने की अंतिम तिथि
इसके लिए सीओसी ऋणशोधन अक्षमता एवं दिवाला संहिता (IBC) में हाल ही में जोड़ी गई धारा 6(A) का सहारा भी ले सकते हैं, जिसके जरिये किसी कंपनी के अलग-अलग कारोबार को अलग-अलग बेचा जा सकता है. रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के लिए बोली लगाने की समय सीमा 28 नवंबर को खत्म हो चुकी है. इस कंपनी के आठ कारोबारों के लिए बोलियां आमंत्रित की गई थीं.
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आपको बता दें रिलायंस कैपिटल के शेयर में पिछले कुछ दिनों से ट्रेडिंग बंद है. यह शेयर फिलहाल 11.20 रुपये पर टिका हुआ है. इस शेयर के 52 हफ्ते के लो लेवल की बात करें तो यह 8.80 रुपये है. वहीं इस अवधि का हाई लेवल 23.30 रुपये है. एक समय यह शेयर 400 रुपये से भी ऊपर था.