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30 के बाद भी बालों की टेंशन से मुक्ति दिलाएंगे ये इलाज, हार्वर्ड के डॉक्टर ने बताया विकल्प

Hair loss treatment: उम्र के साथ बालों का झड़ना या पतला होना स्वभाविक है लेकिन विज्ञान के इस युग में 30 साल के बाद भी गिरते हुए बालों को रोका जा सकता है. इसके लिए कई तरह के विकल्प मौजूद है.

Prevent hair loss: आज के समय में बालों का गिरना या कम हो जाना बहुत बड़ी समस्या बन रही है. उम्र के साथ बालों का गिरना सामान्य बात है लेकिन आजकल 30 साल से कम उम्र में ही बाल झड़ने लगते हैं. बालों के झड़ने से कोई दर्द तो नहीं होता लेकिन यह भावनात्मक रूप से व्यक्ति को कमतरी का एहसास कराता है. जब भी आप अपने बालों को शीशा में देखते हैं और ये पतले होते जाते हैं तो मन मायूस हो जाता है. खासकर तब सिर पर बालों के बीच में स्कैल्प दिखने लगते हैं. बालों को समय से पहले झड़ने को एड्रोजेनेटिक एलोपसिया (androgenetic alopecia) कहते हैं. इसमें सबसे पहले बाल पतले होने लगते हैं. इसके बाद बाल झड़ने लगते हैं और अंततः बाल कम होने लगते हैं. इसके लिए फॉलिकल्स जिम्मेदार होते हैं. पर अच्छी बात यह है कि अगर समय से पहले बाल पतले होने लगे तो आधुनिक युग में इसका इलाज संभव है. कई ऐसी तकनीक हैं जिनकी मदद से बालों को दोबारा घना बनाया जाता है.

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एंड्रोजेनेटिक एलोप्सिया का इलाज है संभव 
हार्वर्ड मेडिकल की वेबसाइट पर बर्मिंघम एंड वूमेंस हॉस्पिटल की प्रोफेसर डॉ कैथी हुआंग कहती हैं, “बालों के झड़ने का कारण जानकर बालों को कम होने से बचाया जा सकता है. इसके लिए यह जानना जरूरी है कि बाल जेनेटिक कारणों से पतले हो रहे हैं या एंड्रोजेनेटिक एलोप्सिया के कारण या कुछ अन्य कारण इसके लिए जिम्मेदार है.” डॉ कैथी ने कहा कि अगर अन्य कारणों से बाल झड़ रहे हैं तो पहले उसका इलाज कर फिर टेलोजेन इफलुवियम (Telogen effluvium) से बालों को झड़ने से रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि टेलोजेन इफलुवियम तीन से छह महीनों में अपना असर दिखाने लगता है. उन्होंने कहा कि जो लोग एंड्रोजेनेटिक एलोप्सिया से पीड़ित हैं उनमें इस इलाज के माध्यम से पहले हेयर फॉलिकल्स को बढ़ाया जाता है ताकि बाल उसमें खड़े हो सके और फिर घना हो सके.

बालों को घना बनाने के विकल्प

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टॉपिकल ड्रग -मिनॉक्सीडिल से बालों का इलाज किया जा सकता है. मिनॉक्सीडिल को अमेरिकन ड्रग एजेंसी ने मंजूरी दे दी है. यह दवा दुकान में आसानी से मिल जाती है और इसे महिला-पुरुष दोनों लगा सकते हैं. इससे हेयर फॉलिकल्स मजबूत होते हैं जिससे बालों की लंबाई बढ़ जाती है. डॉ हुआंग कहती हैं कि अगर आपके बाल अच्छे हैं तो इसे आप लिक्विड फॉर्म में इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि इसे डॉक्टर से दिखाकर लें तो ज्यादा अच्छा है.

प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा इंजेक्शन-इस तकनीकी में आपके ही खून से हाई कंस्ट्रेशन वाले कंपाउंड को स्कैल्प में इंजेक्ट किया जाता है. इससे स्कैल्प को सक्रिय किया जाता है जिससे हेयर फॉलिकल्स के पोर खुलने लगते हैं और हेयर ग्रोथ होता है. डॉ हुआंग ने बताया कि इस तरह के इलाज पर 500 से 1500 डॉलर का खर्च आता है. इसे एक महीने या तीन महीने पर रिपीट किया जा सकता है. कुछ लोगों में साल में एक बार इंजेक्शन लगाया जाता है.

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लेजर लाइट ट्रीटमेंट-इस तकनीक में लो लेवल एलईडी लेजर लाइट पैदा करने वाले लेजर लाइट से इलाज किया जाता है. माना जाता है कि एलईडी लेजर लाइट हेयर ग्रोथ को बढ़ाता है. यह कंघी या हेलमेट के रूप में बाजार में उपलब्ध है. इसे घर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है और मेडिकल स्टोर में आसानी से मिल जाता है. इसकी कीमत सौ डॉलर से हजार डॉलर तक हो सकती है.

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