HDFC Bank, IDFC First MCLR Interest Rate: के लोन कल से महंगे हो गए हैं क्योंकि बैंक ने अपने एमसीएलआर में इजाफा कर दिया है. रेपो रेट बढ़ाए जाने के बाद से बैंक कर्ज पर लगने वाले ब्याज को बढ़ा रहे हैं.
नई दिल्ली. प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) के ग्राहकों को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, दोनों बैंकों ने मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में बढ़ोतरी की है. एमसीएलआर में बढ़ोतरी से होम, ऑटो और पर्सलन लोन महंगे हो जाएंगे. बता दें कि रेपो रेट बढ़ने के बाद कई बैंकों ने एमसीएलआर बढ़ाए हैं.
ये भी पढ़ें – Today Gold Price : ऑल टाइम हाई के करीब पहुंचा सोना, आज 328 रुपये तेजी, चेक करें लेटेस्ट गोल्ड-सिल्वर रेट
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने लेंडिंग रेट्स में 15-20 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है जबकि एचडीएफसी बैंक ने लेंडिंग रेट्स में 20-25 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है. एचडीएफसी बैंक की नई ब्याज दरें 7 जनवरी, 2023 से लागू है जबकि आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की दरें 8 जनवरी, 2023 से प्रभावी हो चुकी है.
एचडीएफसी बैंक की एमसीएलआर दरें
एचडीएफसी बैंक ने एक दिन के लिए एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.50 फीसदी कर दिया है. बैंक ने 1 महीने के लिए एमसीएलआर को 8.55 फीसदी, 3 महीने के लिए 8.60 फीसदी, 6 महीने के लिए 8.70 फीसदी, 1 साल के लिए 8.85 फीसदी, 2 साल के लिए 8.95 फीसदी और 3 साल के लिए 9.05 फीसदी कर दिया है.
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की एमसीएलआर दरें
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने ओवरनाइट लोन के लिए एमसीएलआर बढ़ाकर 8.40 फीसदी कर दिया है. 1 महीने के लिए 8.40 फीसदी, तीन महीने के लिए 8.70 फीसदी, 6 महीने के लिए 9.15 फीसदी और 1 साल के लिए एमसीएलआर को बढ़ाकर 9.50 फीसदी कर दिया गया है.
बढ़ जाएगी आपकी ईएमआई
एमसीएलआर में बढ़ोतरी के साथ टर्म लोन पर ईएमआई बढ़ने की उम्मीद है. ज्यादातर कंज्यूमर लोन एक साल के मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट के आधार पर होती है. ऐसे में एमसीएलआर में बढ़ोतरी से पर्सनल लोन, ऑटो और होम लोन महंगे हो सकते हैं.
क्या होता है MCLR?
गौरतलब है कि एमसीएलआर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विकसित की गई एक पद्धति है जिसके आधार पर बैंक लोन के लिए ब्याज दर निर्धारित करते हैं. उससे पहले सभी बैंक बेस रेट के आधार पर ही ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करते थे.