झारखंड की कोल माइंस में कोयले के अवैध कारोबार से एक बार फिर पर्दा उठा है. पुलिस ने जब तीन डंपरो को अवैध कोयला ले जाते पकड़ा तो उनके चालकों के बयान से कई बड़े लोगों के नाम उजागर हुए. जांच जारी है, उम्मीद है कि इस खेल में अभी और कई नाम सामने आएंगे.
पाकुड़: जिले के अमड़ापाड़ा स्थित पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक से रविवार को तीन डंपर पकड़े गए. इनमें अवैध तरीके से कोयला लोड कर फरार होने की फिराक में कुछ लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. माफिया द्वारा वैध की आड़ में अवैध कोयला निकालने का काला खेल कई महीनों से चल रहा था.
सूत्रों की मानें तो एक अनुमान के मुताबिक पिछले कई महीनों में लगभग 30 से 35 करोड़ का कोयला नॉर्थ कोल ब्लॉक से माफिया निकाल चुके हैं. कोयले के इस काले खेल में माइंस डेवलपर एंड ऑपरेटर (एमडीओ) बीजीआर कोल कंपनी के कुछ कर्मचारियों से लेकर सरकारी अफसर भी शामिल हैं.
वैध डंपरों के साथ निकलने के चक्कर में थे
रविवार को 16 चक्का डंपर संख्या डब्ल्यूबी 65 डी 7181, डब्ल्यूबी 53 सी 5949 व डब्ल्यूबी 53 सी 6088 नॉर्थ कोल माइंस के लोडिंग प्वाइंट से 32-32 टन कोयला लेकर निकले थे. तीनों डंपर वैध कोयला लोड डंपरों के साथ माइंस क्षेत्र से निकलने की फिराक में थे. लेकिन, इस ऐन मौके पर इस बार कांटे पर माफिया के लागे नहीं थे, जिस कारण तीनों डंपर पकड़े गए. चालकों से जब कागजात मांगे गए तो उन्होंने पहले बरगलाने का प्रयास किया, लेकिन सख्ती बरतने पर उन्होंने पुलिस के समक्ष कई राज उगले. मामले को लेकर बीजीआर कंपनी के पेट्रोलिंग इंचार्ज मृण्मय मित्रा की लिखित शिकायत पर 12 नामजद व अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज करते हुए तीन डंपर चालक व दो सह चालकों को गिरफ्तार किया गया है.
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चालकों ने उगले कई महत्वपूर्ण राज
अवैध कोयला ले जा रहे डंपरों के चालकों ने पुलिस के समक्ष कई महत्वपूर्ण राज उगले हैं. गिरफ्तार किए गए चालक पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला निवासी शेख कलीम, शैयद आकाश, सह चालक पियार खान, मुर्शिदाबाद निवासी मजीद शेख व साहेबगंज के बरहरवा निवासी मजीद शेख ने पुलिस को बताया कि उन्हें गुम्मा मोड़ स्थित लाईन होटल में रुकने के लिए कहा गया था, जहां से एक आदमी उन्हें कोयला खदान तक लेकर जाता. इस पूरे खेल में बीजीआर कंपनी के नाइट शिफ्ट का बस ड्राइवर राजीव शेख उर्फ राजू का नाम भी सामने आया है, जिसने डंपरों को खदान में प्रवेश कराया और डंपरों को निकालने का जिम्मा संगीत कुमार सिंह का था.
पहले भी कई डंपरों को अवैध तरीके से निकाला गया
पकड़े जाने पर बस ड्राइवर राजीव शेख ने भी मामले से कई पर्दे उठाए. बताया कि अमड़ापाड़ा के एक व्यक्ति द्वारा रुपये का लालच देकर एंट्री गेट पर गार्ड सुपरवाइजर अनंत सिंह एवं शिफ्ट सुपरवाइजर ऋषिकांत तिवारी की मिलीभगत से अवैध कोयला लोड डंपरों को बाहर निकालने की योजना थी. उसने बताया कि पूर्व में भी अवैध तरीके से डंपरों को पार कराया जा चुका है. पुलिस ने 3 चालक व 2 उप चालकों के अलावा तीनों डंपरों के मालिकों और इसमें शामिल नामजद सभी आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है. समाचार लिखे जाने तक पुलिस गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ कर रही थी. नाम न बताने की शर्त पर डब्ल्यूपीडीसीएल के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस यदि निष्पक्ष जांच करेगी तो इस खेल में कई बड़े लोगों के नाम उजागर हो सकते हैं.
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पुलिस करेगी कड़ी कार्रवाई
अमड़ापाड़ा थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव ने बताया कि नॉर्थ कोल माइंस से तीन डंपरों में कोयला लोड कर अवैध तरीके से निकलने की फिराक में तीन चालकों व दो उप चालकों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही डंपरों में लोड कोयला को भी जब्त किया गया है. पूछताछ में कई लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं. उनके विरुद्ध भी पुलिस कार्रवाई करेगी. सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.