Layoffs- स्विगी (Swiggy) का इरादा अपनी वर्कफोर्स को 10 फीसदी कम करना है. स्विगी से पहले फूड स्टार्टअप जोमैटो (Zomato Layoff) भी अपने 3 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुका है. कार रिपेयर सेवाएं देने वाली कंपनी गोमैकेनिक (GoMechanic Layoff) ने भी 70 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर दी है.
नई दिल्ली. स्टार्टअप्स द्वारा कर्मचारियों को निकालने (Layoffs) का सिलसिला जारी है. अब कर्मचारियों की छंटनी करने वाली कंपनियों की लिस्ट में कार रिपेयर स्टार्टअप गोमैकेनिक (GoMechanic Layoff) का नाम भी जुड़ गया है. कंपनी ने एक ही झटके में अपने 70 फीसदी स्टाफ को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसके अलावा फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggy Layoff) भी बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है. स्विगी में 6 हजार कर्मचारी काम करते हैं. स्विगी की प्रतिस्पर्धी कंपनी जोमैटो (Zomato Layoff) पहले ही अपनी कर्मचारियों की संख्या 3 फीसदी कम कर चुकी है.
फाइनेंशियल एक्सप्रेस समाचार-पत्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्विगी 10 फीसदी कर्मचारियों को काम से निकालेगी. प्रोडक्ट, इंजीनियरिंग और ऑपरेशन्स डिपार्टमेंट से ज्यादा कर्मचारी निकाले जाएंगे. फूड यूनिकॉर्न ने अक्टूबर में परफॉर्मेंस रिव्यू किया था और बहुत से कर्मचारियों को परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम में डाला था. स्विगी का इरादा आईपीओ लाने का भी है. परंतु, शेयर बाजार में टेक कंपनियों के शेयरों के खराब प्रदर्शन की वजह से स्विगी ने पब्लिक इश्यू के लिए सेबी के पास पेपर अभी जमा न कराने का फैसला किया है.
एक सूत्र ने बताया कि स्विगी में नंबर आधारित रेटिंग सिस्टम है. जिन कर्मचारियों की रेटिंग दो या इससे कम है, उन्हें पीआईपी में रखा गया है. कंपनी कर्मचारियों पर पिछले 6 महीनों से काफी ज्यादा वर्क प्रेशर है. इसका कारण यह है कि कंपनी अपना पब्लिक इश्यू लाने से पहले प्रॉफिट में आना चाहती है.
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गोमैकेनिक ने निकाले 70 फीसदी कर्मचारी
ऑटोमोबाइल आफ्टर सेल्स सर्विस देने वाली कंपनी GoMechanic का नाम भी छंटनी करने वाले स्टार्टअप की लिस्ट में जुड़ गया है. कंपनी के को-फाउंडर अमित भसीन ने 18 जनवरी को एक लिंक्डइन पोस्ट के जरिए जानकारी दी कि कंपनी ने 70% कर्मचारियों को हटा दिया है. भसीन ने लिखा है,”को-फाउंडर्स ने इसकी पूरी जिम्मेदारी लेते हुए फंड जुटाने और बिजनेस को रिस्ट्रक्चर करने का फैसला किया है. रिस्ट्रक्चरिंग दर्दनाक है. यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि हमें अपने 70 फीसदी कर्मचारियों को निकालना पड़ा है.”
होगा फॉरेंसिक ऑडिट
इस बीच खबर ये भी है कि गोमैकेनिक कंपनी में वित्तीय गड़बड़ियों का पता चलने के बाद GoMechanic की सबसे बड़ी इनवेस्टर कंपनी सिकोइया कैपिटल ने कंपनी की बैलेंसशीट की फॉरेंसिक ऑडिट कराने का फैसला किया है. भसीन ने भी अपनी पोस्ट में लिखा है कि एक थर्ड पार्टी कंपनी बिजनेस की ऑडिटिंग करेगी.