जांच एजेंसी ने तमिलनाडु के कोयंबटूर और कर्नाटक के मंगलुरु में पिछले साल हुए बम धमाकों के मामले में ये कार्रवाई की है. ये धमाके पिछले साल 23 अक्टूबर और 19 नवंबर को हुए थे.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आज बुधवार को सुबह कोयंबटूर सिलेंडर ब्लास्ट मामले में तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में दर्जनों जगहों पर छापेमारी की. सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी ने ये छापेमारी आतंकी संगठन आईएसआईएस से सहानुभूति रखने वालों के खिलाफ की है. विशिष्ट आतंक-रोधी जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि तमिलनाडु के कोयंबटूर और कर्नाटक के मंगलुरु में पिछले साल हुए बम धमाकों के मामले में ये कार्रवाई की है. ये धमाके पिछले साल 23 अक्टूबर और 19 नवंबर को हुए थे.
सूत्रों ने बताया कि तीनों राज्यो में करीब 60 स्थानों पर जांच एजेंसी ने छापेमारी की है. मालूम हो कि एजेंसी ने पिछले साल 23 अक्टूबर को तमिलनाडु में कोयंबटूर जिले के कोट्टई ईश्वरन मंदिर के सामने विस्फोटकों से लदी एक कार में हुए बम विस्फोट के सिलसिले में पिछले साल 27 अक्टूबर को जांच शुरू की थी.
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जांच एजेंसी ने धमाके के संबंध में इससे पहले 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. एनआईए ने एक बयान में कहा कि आरोपी जेम्स मुबीन (मृतक) आईएसआईएस के प्रति निष्ठा की शपथ लेने के बाद आत्मघाती हमले की योजना बना रहा था. उसने आतंक फैलाने के इरादे से मंदिर परिसर को नुकसान पहुंचाया.
एनआईए ने कहा, ‘जांच से पता चला है कि आरोपी व्यक्तियों ने फरवरी, 2022 में इरोड जिले के सत्यमंगलम वन के असनूर और कदंबूर के जंगली क्षेत्रों के आंतरिक इलाकों में एक आपराधिक साजिश रची थी. बैठक का नेतृत्व उमर फारूक कर रहा था और मृतक आरोपी जेम्स मुबीन, मोहम्मद अजहरुद्दीन, शेख हिदायतुल्ला और सनोफर अली ने भाग लिया. यहां उन्होंने आतंकी गतिविधियों की तैयारी करने और उन्हें अंजाम देने की साजिश रची.
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इसके अलावा पिछले साल दिसंबर में एनआईए ने मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में 19 नवंबर के प्रेशर कुकर विस्फोट की जांच का जिम्मा संभाला था. इस मामले में एक यात्री (मोहम्मद शरीक) इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से बना प्रेशर कुकर बम ले जा रहा था. मगर इससे ऑटो-रिक्शा में विस्फोट हो गया, जिससे मोहम्मद शारिक और ऑटो-रिक्शा चालक पुरुषोत्तम पुजारी घायल हो गए.