इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर ने ‘सूर्य नूतन’ सोलर स्टोव तैयार किया है. सौर ऊर्जा से चलने वाला इस स्टोव से आप हर रोज 4 लोगों के लिए खाना बना सकते हैं.
नई दिल्ली. पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतें पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी, जिससे आम आदमी के खर्च भी बढ़ गए. खासकर महंगे गैस सिलेंडर ने महिलाओं के किचन के बजट को बिगाड़ दिया. लेकिन अब महंगे LPG गैस सिलेंडर से छुटकारा मिल सकता है अगर आप सूर्य नूतन (Surya Nutan) स्टोव घर ले आएं. सौर ऊर्जा से चलने वाले इस स्टोव एक या दो टाइम का खाना आराम से बन सकता है.
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सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर ने ‘सूर्य नूतन’ सोलर स्टोव तैयार किया है. आइये जानते हैं सौर ऊर्जा से चलने वाला ये स्टोव कैसे इस्तेमाल किया जाता है और इसके जरिए कैसे पैसों की बचत की जा सकती है.
कैसे काम करता है ‘सूर्य नूतन स्टोव’
सोल ऊर्जा के नाम से ही लोग यह सोचने लगते हैं कि इस स्टोव को धूप में रखना होगा. लेकिन ऐसा नहीं है आप इसे किचन में रखकर आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि यह रिचार्जेबल इनडोर सोलर कुकिंग सिस्टम है. सूर्य नूतन सोलर स्टोव में 2 यूनिट होती हैं एक स्टोव जिसे आप किचन में लगा सकते हैं और दूसरी यूनिट छत पर सौलर पैनल से जुड़ी रहती है. कंपनी का दावा है कि रोजाना मिलने वाली सूर्य की रोशनी से इस स्टोव के जरिए आप दिन-रात में 4 लोगों के लिए खाना बना सकते हैं.
यह चूल्हा छत पर लगी सोलर प्लेट से एक केबल के जरिए जुड़ा रहता है और सौर ऊर्जा से चलता है.
यह प्लेट सोलर एनर्जी को थर्मल बैटरी में स्टोर करती है. इस वजह से सूर्य नूतन स्टोव से रात में भी खाना बनाया जा सकता है.
बिजली की मदद से भी चलेगा
इतना ही नहीं यह स्टोव हाइब्रिड मोड पर भी काम करता है यानी आप सौर ऊर्जा के साथ-साथ इसे बिजली से भी चला सकते हैं. यह स्टोव 3 अलग-अलग मॉडल में उपलब्ध है. इसके प्रीमियम मॉडल में 4 लोगों के परिवार के लिए पूरे दिन का भोजन, जिसमें नाश्ता, लंच और डिनर शामिल है, बनाया जा सकता
है.
कंपनी का दावा है कि यह स्टोव बिना मेंटनेंस के बावजूद 10 साल तक चल सकता है और एक अनूठी बैटरी को स्पोर्ट करता है जिसे बदलने की आवश्यकता नहीं होती है. वहीं, जबकि सौर पैनल की लाइफ 25 साल है. हालांकि, इस स्टोव की ज्यादा कीमत आपको थोड़ा परेशान कर सकती है.
महंगी कीमत के चलते सरकार देगी सब्सिडी
सरकार ने सेना, बीआरओ, और स्कूलों सहित अत्यधिक ठंड और गर्म मौसम की स्थिति में पिछले 6 महीनों में लगभग 50 सोलर कुकिंग टॉप्स का परीक्षण किया है, जिसमें लेह समेत सर्द इलाकों में खाद्य पदार्थ तैयार किए जा रहे हैं. ग्वालियर, उदयपुर और दिल्ली/एनसीआर में भी टेस्टिंग करके लोगों की प्रतिक्रिया ली गई है.
इस सोलर स्टोव के बेस मॉडल की कीमत करीब 12,000 रुपये और टॉप मॉडल का प्राइस 23,000 रुपये है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का कहना है कि आने वाले समय में इसकी कीमतों में काफी कमी आ सकती है. वहीं सरकार भी इस स्टोव पर सब्सिडी देने का ऐलान कर चुकी है.