रिजर्व बैंक के रेपो रेट में इजाफा करने के बाद देश के बैंक FD की ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं. लेकिन सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर स्थिर है. मई 2022 से लेकर अब तक कुल 6 बार रेपो रेट में इजाफा हो चुका है.
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में रेपो रेट (Repo Rate) में 25 बेसिस प्वाइंट (BPS) का इजाफा किया है. इस वजह से लोन महंगे हो गए हैं. हालांकि, देश के प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं. लेकिन सेविंग अकाउंट्स (Saving Account) पर ब्याद दरों में कोई बदलाव नहीं हो रहा है. इस वजह लोग सेविंग अकाउंट्स में पैसे रखने से बच रहे हैं. मौजूदा वित्त वर्ष में मई 2022 से लेकर अब तक रेपो रेट में रिजर्व बैंक ने 2.50 फीसदी का इजाफा किया है.
FD की ब्याज दरों में इजाफा
इस दौरान देश के प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने एक साल से कम अवधि के फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दरों में 0.35-2.75 फीसदी का इजाफा किया है. दो साल से तीन साल के लिए FD पर 0.35-2.25 फीसदी का इजाफा ब्याज दरों में हुआ है.
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दिसंबर तक बीते एक साल में डिपॉजिट रेट्स औसतन 0.74 फीसदी बढ़ गए हैं. इस बीच लोन की ब्याज दरें 0.66 फीसदी बढ़ी हैं. लेकिन सेविंग अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज दरें तीन फीसदी पर ही स्थिर हैं. इस वजह से बैंक के करंट और सेविंग अकाउंट में हल्की गिरावट देखी गई है. करंट अकाउंट बैंकों के लिए पूंजी जुटाने के किफायती सोर्स होते हैं.
स्थिर है सेविंग अकाउंट की ब्याज दर
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स के अनुसार, पिछले तीन फाइनेंसियल ईयर में सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरें 2.70-3 फीसदी पर स्थिर बनी हुई हैं. इससे पहले सालाना औसतन चार फीसदी थीं. ध्यान देने वाली बात ये है कि पिछले तीन साल में लोन की औसत दरें 0.70 फीसदी और फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरें एक फीसदी तक बढ़ी हैं.
देश के प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंक FD को आकर्षक बनाने के लिए ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं. लेकिन सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है. इस वजह से ग्राहक सेविंग अकाउंट में कम पैसा जमा कर रहे हैं.
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मौजूदा वित्त वर्ष में 6 बार इजाफा
बीते साल मई 2022 से अब तक लगातार छह बार रेपो रेट में इजाफा किया जा चुका है और इस अवधि में ये कुल 2.50 की बढ़ चुका है. फिलहाल, रेपो रेट 6.50 फीसदी पर पहुंच गया है. इसके बढ़ने के साथ ही सभी तरह के होम, ऑटो, पर्सनल सभी तरह के लोन महंगे (Loan) हुए हैं. रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी का सिलसिला मई 2022 महीने से शुरू किया गया था. तब रेपो रेट में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी.
इसके अगले महीने जून में फिर RBI ने ब्याज दरों में 0.50 फीसदी का इजाफा किया. ये सिलसिला जारी रहा और अगस्त महीने में 0.50 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली. सितंबर में भी केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों को 0.50 फीसदी बढ़ाया था और फिर दिसंबर में पांचवीं बार रेपो रेट में इजाफा हुआ था. इसके बाद आखिरी बार फरवरी 2022 में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की है.