Silver Outlook: ऐसा कहा जाता है कि कमोडिटी का किंग सोना है तो चांदी क्वीन है. अपने देश में सोना और चांदी की जबरदस्त मांग इतिहास काल से रही है. चांदी का इस्तेमाल इंडस्ट्रीज में भी होता है. ऐसे में यह इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ इंडस्ट्रियल कमोडिटी भी है. इंडस्ट्रियल मांग का भी इसकी कीमत पर बड़ा असर होता है. बीते हफ्ते चांदी 32 महीने के उच्चतम स्तर, 77549 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई थी. हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में यह 1262 रुपए की गिरावट के साथ 75665 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुई. शुक्रवार को चांदी में उच्चतम स्तर से करीब 1900 रुपए का करेक्शन हुआ था.
इस साल चांदी में करीब 7000 रुपए का उछाल
IIFL सिक्यॉरिटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट अनुज गुप्ता ने कहा कि साल 2023 में चांदी में करीब 7000 रुपए की तेजी आई है. यह करीबे 10-11 फीसदी का उछाल है. इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड सिल्वर रेशियो अमूमन 55 से 65 के बीच रहता है. मतलब, चांदी के मुकाबले सोने का भाव 55 से 65 गुणा रहता है. इस सयम यह रेशियो 75 के करीब है. टेक्निकल कैलकुलेशन के आधार पर अभी चांदी में और तेजी आएगी. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या निवेश के लिहाज से चांदी सोना के मुकाबले बेहतर विकल्प है? आइए 5 प्वाइंट्स में इसे विस्तार से समझते हैं.
5 प्वाइंट्स में मिलेगा आपके सवाल का हर जवाब
1>>सोलर एनर्जी की तरफ दुनिया तेजी से बढ़ रही है. सोलर प्लेट के निर्माण में चांदी का इस्तेमाल होता है. ऐसे में चांदी का लॉन्ग टर्म आउटलुक काफी मजबूत है. इलेक्ट्रिक व्हीकल में भी चांदी का इस्तेमाल होता है. ईवी का चलन पूरी दुनिया में बढ़ रहा है. इससे भी मांग बनी रहेगी. 5G रिवॉल्यूशन में भी चांदी की जबरदस्त डिमांड है.
2>>चांदी को गरीब लोगों का सोना कहा जाता है. चांदी भी महंगाई के खिलाफ हेजिंग के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. महंगाई में कमी आ रही है. बैंकिंग क्राइसिस के कारण भी फेडरल रिजर्व पर इंटरेस्ट रेट को लेकर दबाव है. बुलियन एक्सपर्ट्स और ट्रेडर्स का मानना है कि मई के पहले हफ्ते में जब फेड की बैठक होगी तो इंटरेस्ट रेट हाइक पर इसबार विराम लग सकता है. इससे कीमत को सपोर्ट मिलेगा.
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3>>फेडरल रिजर्व मिनट्स में कहा गया कि अमेरिका में मंदी की संभावना बढ़ गई है. ऐसे में सोना-चांदी की मांग में और तेजी आएगी, जिससे कीमत को मजबूती मिलेगी. जब-जब आर्थिक संकट का खतरा बढ़ता है, ऐतिहासिक तौर पर सोना और चांदी की मांग बढ़ जाती है जिससे कीमत को सपोर्ट मिलता है.
4>>अगले हफ्ते अक्षय तृतीया है. इसके अलावा शादी के सीजन की शुरुआत हो चुकी है. अपने देश में मार्च-अप्रैल से शादियों का सीजन शुरू हो जाता है जो अक्टूबर-नवंबर तक चलता है. चीन में इंडस्ट्रियल मांग के साथ-साथ सीजनल मांग में तेजी देखी जा रही है. इससे कीमत में सुधार आएगा.
5>>टेक्निकल आधार पर अनुज गुप्ता ने कहा कि चांदी का ट्रेंड पॉजिटिव है. MCX पर चांदी के लिए इमीडिएट सपोर्ट 74000 रुपए के स्तर पर है उसके बाद 72000 रुपए के स्तर पर सपोर्ट बना हुआ है. ओवरसीज मार्केट में इमीडिएट सपोर्ट 25 डॉलर प्रति आउंस और उसके बाद 24 डॉलर पर है. तेजी की स्थिति में चांदी के लिए पहला अवरोध 77000 रुपए के स्तर पर और उसके बाद 79000 रुपए के स्तर पर है. ओवरसीज मार्केट के लिए यह रेसिसटेंस 27 और 28 डॉलर प्रति आउंस पर है.