Mutual Funds or Fixed Deposits: अगर आपको लगता है कि निवेश लॉन्ग टर्म के लिए है और इस दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव होने पर भी आप इंतजार कर सकते हैं, तो म्यूचुअल फंड के साथ जाना अच्छा विकल्प है.
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Mutual Funds or Fixed Deposits: म्यूचुअल फंड (MF) और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) लोगों के बीच काफी लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं. हालांकि, एफडी और एमएफ के बीच चुनाव करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं. फिर भी, विशेषज्ञों के अनुसार, दोनों में से किसी एक विकल्प चुनने का सबसे अच्छा तरीका खुद के जोखिमों का मूल्यांकन करना है. अगर आपको लगता है कि निवेश लॉन्ग टर्म के लिए है और इस दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव होने पर भी आप इंतजार कर सकते हैं, तो म्यूचुअल फंड के साथ जाना अच्छा विकल्प है, लेकिन अगर आप कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट आपके लिए सबसे बेहतर आप्शन है.
फिक्स्ड डिपॉजिट और म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान
म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं. वहीं, मिडिल-एज निवेशकों के लिए किसी एक को चुनना उनके पर्सनल फाइनेंशियल टारगेट और जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है. फिक्स्ड डिपॉजिट एक कम जोखिम वाला निवेश विकल्प है, जहां निवेशक एक निश्चित अवधि के लिए और एक निश्चित ब्याज दर पर बैंक में पैसा जमा करता है. एफडी गारंटीड रिटर्न देती है, लेकिन अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में रिटर्न काफी कम होता है. दूसरी ओर म्यूचुअल फंड पेशेवर रूप से मैनेज्ड निवेश फंड हैं जो स्टॉक, बॉन्ड या अन्य सिक्योरिटीज समेत विभिन्न पोर्टफोलियो में निवेश करने के लिए कई निवेशकों से पैसा इकठ्ठा करता है. म्यूचुअल फंड में हाई रिटर्न देने की क्षमता है, लेकिन इनमें एफडी की तुलना में जोखिम ज्यादा होता है.
जानकारों का क्या है कहना?
इस पर टिप्पणी करते हुए, Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी कहते हैं, “फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में निवेश पर गारंटीकृत रिटर्न मिलता है और इसमें जोखिम भी कम होता है. एफडी उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो कम जोखिम लेने की क्षमता रखते हैं और कम से कम जोखिम में एक निश्चित इनकम पसंद करते हैं. दूसरी ओर, म्यूचुअल फंड में आपको रिटर्न ज्यादा मिलता है और एफडी की तुलना में इसमें जोखिम ज्यादा होता है. हालांकि, जोखिम के बिना, आपको निश्चित रिटर्न से संतुष्ट होना होगा जो आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं हो सकता है.” गौरतलब है कि इसमें शामिल जोखिमों और संभावित रिटर्न की बेहतर समझ प्राप्त करने के लिए कहीं भी निवेश करने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना हमेशा सही होता है.