सीनियर कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. उन्हें राज्य के राज्यपाल ने शपथ दिलाई, डीके शिवकुमार समेत अन्य मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जा रही है.
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सीनियर कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई है. राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने श्री कांतीरवा स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धारमैया और शिवकुमार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इनके अलावा डॉ. जी. परमेश्वर, के.एच. मुनियप्पा, के.जे. जॉर्ज और एम.बी. पाटिल ने नव-निर्वाचित कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्रियों के रूप में शपथ ली.
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इसके साथ ही विधायक सतीश जारकीहोली, प्रियांक खड़गे, रामलिंगा रेड्डी और बी.जेड. ज़मीर अहमद खान ने नव-निर्वाचित कर्नाटक सरकार में मंत्रियों के रूप में शपथ ली. मुख्यमंत्री के रूप में सिद्दारमैया का यह दूसरा कार्यकाल है. उन्होंने पहले 2013 और 2018 के बीच यह पद संभाला था. कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर सिद्दारमैया व शिवकुमार ने हाथ जोड़कर भीड़ का अभिवादन किया.
शपथ ग्रहण समारोह में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, मक्कल नीडि माईम के प्रमुख कमल हसन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हुए. इनके अलावा पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस केअध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला, एनसीपी चीफ शरद पवार, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जु खड़गे, कर्नाटक के मनोनित मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई नेता भी शामिल हुए.
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कांग्रेस ने इस समारोह के माध्यम से विपक्षी एकजुटता का संदेश देने का प्रयास किया. शपथ समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती और कई अन्य विपक्षी नेताओं ने भी इस समारोह में शिरकत की.
कांग्रेस ने दक्षिण भारत के इस महत्वपूर्ण राज्य में सरकार गठन में सामाजिक समीकरण को साधने का प्रयास किया है. मुख्यमंत्री सिद्धरमैया कुरुबा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और उप मुख्यमंत्री शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं. वहीं, परमेश्वर, मुनियप्पा और प्रियंक दलित समुदाय से संबंध रखते हैं, जबकि एम बी पाटिल लिंगायत समुदाय से आते हैं. खान मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और जॉर्ज का संबंध ईसाई समुदाय से है. जार्कीहोली अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं, जबकि रामालिंगा रेड्डी का संबंध रेड्डी जाति से है.
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कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 है. फिलहाल मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री समेत कुल 10 सदस्य हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. सिद्धरमैया इससे पहले मई 2013 से मई 2018 के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. कभी जनता दल और जनता दल (सेक्युलर) का हिस्सा रहे सिद्धरमैया दो बार राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं. पिछली विधानसभा में वह नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे थे. वहीं, कर्नाटक में कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले शिवकुमार पिछले लगभग तीन वर्षों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. वह प्रदेश में कांग्रेस की पिछली कुछ सरकारों में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं.
कांग्रेस विधायक दल की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में सिद्धरमैया को औपचारिक रूप से नेता चुना गया था, जिसके बाद उन्होंने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था. कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटें अपने नाम की थीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीटें हासिल की थीं.