हरियाणा सरकार ने सूबे के श्रमिकों के लिए बड़े तोहफे का ऐलान किया है. अब हरियाणा में पढ़ने वाले श्रमिकों के बच्चों को अधिक स्कॉलरशिप मिलेगी. मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने इसका ऐलान किया है. स्कॉलरशिप बढ़ने का फायदा उन श्रमिकों के बच्चों को मिलेगा, जो हरियाणा सरकार के रिकॉर्ड में पंजीकृत हैं.
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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कक्षा 9 और 10 में पढ़ने वाले बच्चों को 7000, 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को 7750 रुपये, उच्च शिक्षा के लिए 8500 रुपये स्कॉलरशिप मिलती थी. मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने ये ऐलान किया है कि हरियाणा सरकार के पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को अब इन तीनों श्रेणियों में 10 हजार रुपये स्कॉलरशिप दी जाएगी.
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड के तहत पंजीकृत श्रमिकों और उनके परिजनों से ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे थे. हरियाणा सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयान में ये बताया गया है कि सीएम खट्टर ने श्रमिकों और उनके परिजनों से बात करते हुए स्कॉलरशिप बढ़ाने का ऐलान किया.
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आर्थिक विकास में श्रमिकों की भूमिका महत्वपूर्ण
सीएम खट्टर ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हरियाणा सरकार श्रमिकों को पूरा सम्मान दे रही है. उन्होंने कहा कि हर निर्माण कार्य में श्रमिकों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है. श्रमिकों के बल पर ही आज आत्म निर्भर होने की ओर है. हरियाणा के सीएम ने साथ ही ये भी जोड़ा कि श्रमिकों की भूमिका किसी भी देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण होती है.
उन्होंने कहा कि जमीन, पूंजी, एंटरप्रेन्योरशिप और श्रमिक, किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के ये चार महत्वपूर्ण पिलर होते हैं. खट्टर ने कहा कि केवल श्रमिकों की ताकत के दम पर हरियाणा देश में सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बना है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए, जीवन स्तर में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है.
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हरियाणा में 8 लाख से अधिक श्रमिक पंजीकृत
हरियाणा के सीएम ने कहा कि राज्य सरकार का ध्यान सिर्फ संगठित क्षेत्र पर ही नहीं, असंगठित क्षेत्रों पर भी है. हरियाणा में करीब 75 फीसदी श्रमिक असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के पंजीकरण में हरियाणा देश में पहले नंबर पर है. सीएम खट्टर ने कहा कि इस योजना के तहत 8 लाख 19 हजार से अधिक श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है.
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार बिल्डिंग और अन्य निर्माण श्रमिक वेलफेयर बोर्ड की ओर से पंजीकृत श्रमिकों के मेधावी बच्चों को मेरिट के आधार पर 21 हजार से 51 हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी. सीएम खट्टर ने साथ ही ये भी कहा कि हरियाणा लेबर वेलफेयर बोर्ड प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग करने को भी 20 हजार रुपये की सहायता राशि देगा.