Power CrisisIn Uttar Pradesh : अघोषित बिजली कटौती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई है. इस बाबत सीएम योगी ने ऊर्जा मंत्री, विद्युत निगम के चेयरमैन के साथ ही अधिकारियों को तलब किया है.
ये भी पढ़ें–Rs 500 Note: छपे पर RBI को नहीं मिले 88 हजार करोड़ रुपये के 500 के नोट, RTI में बड़ा खुलासा!
अजीत सिंह / लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती और बिजली की व्यवस्था को लेकर बीते दिन शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई है. देर शाम सीएम ने कल ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के साथ ही एम देवराज जोकि यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के अध्यक्ष हैं उनको भी तलब किया है और नाराजगी भी जताई है.
‘कंट्रोल रूम बनाएं जाएं’
सीएम योगी की तरफ से बिजली कटौती के संबंध में सख्त निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने निर्देशित किया है कि विद्युत आपूर्ति पर फीडर वाइज जवाबदेही तय हो. इस संबंध में उनकी ओर से निर्देशित किया गया है कि गांव हो या शहर, ट्रांसफार्मर खराब हो तो तत्काल बदला जाए. बिजली आपूर्ति को लेकर सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि हर एक जिले की समीक्षा हर दिन हो, इसके साथ ही रोस्टर का भी बहुत ही कड़ाई से पालन किया जाए. हर जिले में कंट्रोल रूम बनाएं जाएं, इसके साथ उन्होंने कहा कि डीएम खुद मॉनीटरिंग करें. सीएम योगी ने ये तक कहा कि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बिजली की सप्लाई करें, पैसों की कमी नहीं है.
ये भी पढ़ें– ई-सिगरेट की चपेट में आ सकते हैं भारत में 60 प्रतिशत से अधिक युवा, रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
‘बिजली आपूर्ति तय हो’
सीएम योगी आदित्यनाथ मे निर्देशित किया कि भीषण गर्मी के बीच हर गांव-हर शहर को पर्याप्त बिजली मिले और जिला मुख्यालय पर 24 घंटे, तहसील मुख्यालय पर 22 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित किया जाए. बिजली विभाग के अधिकारियों को सीएम योगी का निर्देश मिला. इन्हें निर्देश दिया गया है कि हर एक फॉल्ट को अटेंड करें.