ZEE-Sony Merger: एस्सेल समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. के एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका के खिलाफ मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) के अंतरिम आदेश के मद्देनजर सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट ने यह बयान जारी किया है.
नई दिल्ली. जी समूह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट यानी एसपीई (Sony Pictures Entertainment) ने कहा है कि वह अपनी भारतीय इकाई और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (Zee Entertainment Enterprises) के विलय सौदे को प्रभावित करने वाले घटनाक्रमों पर निगाह रखेगी.
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एस्सेल समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. के एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका के खिलाफ मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) के अंतरिम आदेश के मद्देनजर कंपनी ने यह बयान जारी किया है. एसपीई का कहना है कि वह सेबी के अंतरिम आदेश को काफी गंभीरता से लेती है.
जी के सोनी में विलय की योजना के भविष्य पर अटकलें
कंपनी ने कहा कि सेबी के सुभाष चंद्रा तथा पुनीत गोयनका के खिलाफ अंतरिम आदेश के बाद मीडिया में कई तरह की अटकलें चल रही हैं जिनमें जी के सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (SPNI) में विलय की योजना के भविष्य पर अटकलें लगाई गई हैं. बयान में कहा गया है, ‘‘हम सेबी के अंतरिम आदेश को काफी गंभीरता से लेते हैं और इस सौदे को प्रभावित करने वाले घटनाक्रमों पर हमारी निगाह है.’’
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पद लेने से लगी है रोक
सेबी ने चंद्रा और गोयनका के किसी लिस्टेड कंपनी में निदेशक या प्रबंध स्तर का कोई पद लेने की अंतरिम रोक लगा दी है. मार्केट रेगुलेटर ने चंद्रा और गोयनका के खिलाफ यह कार्रवाई जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. के फंड को ईधर-उधर करने के लिए की है.