मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली में भारतीय पुरारत्व सर्वेक्षण विभाग और हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ राखीगढ़ी में बनने वाले संग्रहालय के डिजाइन पर मंथन किया। उन्होंने कहा कि सरस्वती काल की सभ्यता के अवशेषों को संरक्षित व सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार काम करेगी। सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मिलकर काम कर रहे हैं।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। हिसार के राखीगढ़ी में पुरानी सभ्यता को सुरक्षित रखने व आसपास के क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए संग्रहालय बनाने की परियोजना जल्दी तेजी पकड़ेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को नई दिल्ली में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर राखीगढ़ी संग्रहालय के डिजाइन पर विस्तृत चर्चा की।
ये भी पढ़ें– जयपुर में पिक्चर हॉल से पति को छोड़ भागी दुल्हन, कहा- मैं इस शादी से खुश नहीं
मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद कहा कि राखीगढ़ी संग्रहालय का डिजाइन लगभग तैयार है। इसके निर्माण के लिए कंपनी जल्दी ही फाइनल की जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि राखीगढ़ी में म्यूजियम बनाने को लेकर हरियाणा सरकार और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) मिलकर काम कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें– Sidhi News: पेशाब कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर पर चला बुलडोजर, प्रशासन ने की कार्रवाई
ASI ने तैयार किया योजना का प्रस्ताव
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने साइट संग्रहालय और राखीगढ़ी गांव के भीतर पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए योजना का प्रस्ताव तैयार किया है, जो लगभग फाइनल हो चुका है। बैठक में विभिन्न विषयों की टाइमलाइन तय की गई है। पीएमसी नियुक्त करने के लिए 15 जुलाई तक टेंडर होगा और 15 अगस्त तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा। दिसंबर माह तक तक संग्रहालय की शुरुआत हो सके, इसके लिए सभी संबंधित विभागों को तेजी गति से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
‘हरियाणा में हैं सरस्वती काल के अवशेष’
मनोहर लाल ने बताया कि भौगोलिक दृष्टि से हरियाणा छोटा राज्य है, लेकिन यहां पुरातत्व से जुड़ी हुई चीजें सबसे ज्यादा पाई जाती हैं। सरस्वती काल की सभ्यता के अवशेष भी हरियाणा के कई स्थानों पर हैं। इन सबको भी संरक्षित व सुरक्षित रखने के लिए सरकार प्रयासरत है।
उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि हरियाणा में आज जनता महसूस करती है कि जिस तरह की शासन व्यवस्था अब उन्होंने देखी हैं, पहले कभी कल्पना भी नहीं की थी। आज हर वर्ग को महसूस होता है कि हमारी आवश्यकताओं की जानकारी होते ही सरकार उनकी डिलीवरी उनके घर द्वार पर देती है।
ये भी पढ़ें– Bihar Crime: दहेज के लिए कर डाली 4 शादियां! ऐसे हुआ खुलासा, पुलिसवाले भी सन्न रह गए
मुख्यमंत्री के अनुसार जनसंवाद कार्यक्रमों के माध्यम से लोग हमें बता रहें हैं कि वर्तमान राज्य सरकार पारदर्शी ढंग से बिना किसी भेदभाव के पात्र व्यक्तियों को उनके अधिकार दे रही है। पहले की सरकार नौकरियों बांटती थी, जबकि अब युवा अपनी योग्यता के आधार पर हमसे नौकरी लेकर जाते हैं।