2018 में फिल्पकार्ट के अधिग्रहण के बाद बिन्नी बंसल ने कंपनी में एक छोटी हिस्सेदारी बरकरार रखी थी, लेकिन अब उन्होंने अपनी बची 1-1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है. हालांकि, वे कंपनी के बोर्ड में बने रहेंगे.
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Flipkart Co-Founder: एक कमरे से छोटी-सी शुरुआत करके फिल्पकार्ट को ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले बंसल ब्रदर्स का युग खत्म हो गया. सचिन बंसल के बाद बिन्नी बंसल ने भी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में अपनी बाकी बची हिस्सेदारी बेच दी. इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल और कंपनी के शुरुआती इन्वेस्टर्स एक्सेल और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट ने वॉलमार्ट को अपनी हिस्सेदारी बेचकर ई-कॉमर्स दिग्गज से पूरी तरह बाहर निकल गए हैं.
ट्रैक्सन के अनुसार, एक्सेल और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट दोनों के पास शुरुआत में फ्लिपकार्ट में 20 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी थी, जब उन्होंने 2008 में कंपनी स्टैक लिया था, लेकिन 2018 में वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट में बहुमत हिस्सेदारी हासिल करने से पहले धीरे-धीरे उनकी हिस्सेदारी लगभग 6 प्रतिशत तक कम हो गई.
वॉलमार्ट ने 2018 में खरीदा थी हिस्सेदारी
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वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट में कंट्रोलिंग स्टेक खरीदा था. इसके अधिग्रहण के बाद भी हाल तक ऐक्सेल ने कंपनी में 1.1 फीसदी हिस्सेदारी को बनाए रखा था. सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि 2023 में एक्सेल कंपनी से बाहर निकल गई है. पिछले कुछ वर्षों में कंपनी को लगभग $60-80 मिलियन के कुल निवेश पर 25-30 गुना रिटर्न मिला है.
इसी तरह, टाइगर ग्लोबल के पास भी वॉलमार्ट के अधिग्रहण के बाद फ्लिपकार्ट में अल्पमत हिस्सेदारी थी, लेकिन वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, अब वह लगभग 3.5 बिलियन डॉलर का लाभ लेने के बाद कंपनी से बाहर हो गया है. फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल ने 2018 में पहले ही अपनी पूरी हिस्सेदारी वॉलमार्ट को बेच दी थी, जबकि उनके साथी और अन्य को-फाउंडर बिन्नी बंसल ने अधिग्रहण के बाद भी फ्लिपकार्ट में एक छोटी हिस्सेदारी बरकरार रखी.
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एक अन्य सूत्र ने बताया कि बिन्नी बंसल ने अब अपनी शेष हिस्सेदारी भी वॉलमार्ट को बेच दी है, और ऊपर बताए गए तीन लोगों के अनुसार, उन्होंने शुरुआत से लेकर बाहर निकलने तक लगभग 1-1.5 बिलियन डॉलर कमाए हैं. यह सौदा लगभग 35 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर हुआ, जो फ्लिपकार्ट की वृद्धि को दर्शाता है. इन सूत्रों में से एक व्यक्ति ने कहा, “बिन्नी बंसल ने फ्लिपकार्ट में अपनी बची 1-1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है, लेकिन कंपनी के बोर्ड में बने रहेंगे.”