आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल से जुलाई के दौरान कुल 58,500 करोड़ रुपये एसआईपी में आए हैं। 2022-23 में इसी अवधि में 1.56 लाख करोड़ रुपये आए थे। वहीं, ओवरनाइट फंड, कम और मध्यम अवधि की योजनाओं से निकासी हुई है।
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म्यूचुअल फंड निवेशक एसआईपी पर जमकर भरोसा दिखा रहे हैं। यही कारण है कि जुलाई में एसआईपी के माध्यम से निवेश रिकॉर्ड 15,245 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह तब हुआ है, जब इक्विटी म्यूचुअल फंड के निवेश में मासिक आधार पर 12 फीसदी की गिरावट आई है। जुलाई में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 7,626 करोड़ रुपये आए हैं। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में 33 लाख नए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) खाते खुले हैं। जून में एसआईपी योगदान 14,734 करोड़ और मई में 14,749 करोड़ रुपये था। दिलचस्प यह है कि अक्तूबर, 2022 से लगातार एसआईपी में मासिक निवेश 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा आ रहा है।
अप्रैल-जुलाई में आए 58,500 करोड़ रुपये
आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल से जुलाई के दौरान कुल 58,500 करोड़ रुपये एसआईपी में आए हैं। 2022-23 में इसी अवधि में 1.56 लाख करोड़ रुपये आए थे। वहीं, ओवरनाइट फंड, कम और मध्यम अवधि की योजनाओं से निकासी हुई है। एसआईपी मासिक निवेश का माध्यम है, जिसके जरिये 500 रुपये मासिक से भी निवेश किया जा सकता है।
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लगातार 29वें महीने इक्विटी फंड में निवेश
इक्विटी फंडों में लगातार 29वें महीने शुद्ध प्रवाह जारी है। हालांकि, जुलाई में निवेश जून के 8,637 करोड़ से घटकर 7,626 करोड़ रुपये रह गया था। कुल 43 कंपनियों का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) यानी निवेशकों के निवेश का मूल्य जुलाई में 46.37 लाख करोड़ रहा है, जो जून में 44.39 लाख करोड़ रुपये था। हाइब्रिड योजनाओं में 12,421 करोड़ जुलाई में आए, जबकि जून में 14,193 करोड़ रुपये आए थे। डेट योजनाओं में जुलाई में 61,400 करोड़ का निवेश आया है।