ओला और उबर के ड्राइवर अब राइड कैंसल नहीं कर पाएंगे. यदि वे ऐसा करते हैं तो उनपर तगड़ा जुर्माना लग सकता है और वह पैसा पैसेंजर को मिलेगा. यात्रियों के लिए नियम काफी सुविधाजनक रहने वाला है.
नई दिल्ली. ओला और उबर पर चलने वाले लोगों को सबसे बड़ी परेशानी तब होती है, जब ड्राइवर ही राइड को कैंसल कर दे. इसके बाद दूसरी राइड बुक करने की पीड़ा वही जानते हैं, जिन्होंने इसे झेला है. कई बार तपती गर्मी में इंतजार करना पड़ता है तो कई बार बारिश के मौसम में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कैब ड्राइवर द्वारा राइड कैंसल करने की समस्या से जल्द ही छुटकारा मिल सकता है. यदि कोई ड्राइवर राइड कैंसल करता भी है तो उसे जुर्माना देना होगा और वह जुर्माना यात्री (यूजर) के खाते में जाएगा.
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बता दें कि अभी तक ऐसा कोई नियम बना नहीं है, मगर महाराष्ट्र सरकार इसकी पहल करने जा रही है. सरकार को एक नया प्रोजोजल मिला है, जिसमें ये सारी बातें कही गई हैं. यदि सरकार ने इसे लागू किया तो ऐप आधारित कैब पर चलने वाले यूजर्स की बड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा.
अभी तक केवल ड्राइवरों के हक में नियम
एक खबर के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने एक स्पेशल ग्रुप का गठन किया था. इस ग्रुप का काम यही पता लगाना था कि ओला और उबर जैसी सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे लोगों को कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रुप में पाया कि कई बार ड्राइवर बिना किसी उपयुक्त कारण के राइड कैंसल कर देते हैं, जिससे यूजर को भारी परेशानी होती है. इसी ग्रुप में सुझाया है कि यदि कोई ड्राइवर राइड को रद्द करता है तो पैसेंजर को उसके लिए पैसा मिलना चाहिए.
अभी तक ऐसा कोई नियम नहीं है कि ड्राइवर द्वारा कैंसल किए जाने पर यात्री को हक मिले. हालांकि इसके उलट जरूर है. यदि कोई यात्री राइड कैंसल करता है तो उसे चार्ज देना पड़ता है. इसके अलावा, कैब ड्राइवर्स के हक में यह रूल भी है कि यदि उन्हें कुछ देर तक इंतजार करना पड़े तो यात्री को तय भुगतान से अधिक पेमेंट करनी होती है. यात्रा के किराये के साथ वेटिंग पीरियड का शुल्क भी जुड़ जाता है.
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पिकअप में ज्यादा देरी पर भी फाइन का प्रस्ताव
इस ग्रुप में यह सुझाव भी दिया है कि कैब को 20 मिनट के अंदर पिकअप की जगह पर पहुंचना चाहिए. यदि इससे ज्यादा का समय लगता है तो ड्राइवर पर जुर्माना होना चाहिए. इस ग्रुप का प्रतिनिधित्व रिटायर हो चुके एक सरकारी कर्मचारी सुधीरकुमार श्रीवास्तव ने किया. ग्रुप में अप्रैल में काम करना शुरू किया था. कहा जा रहा है कि इस तरह के कुछ नियमों की रिपोर्ट सरकार के पास अप्रूवल के लिए पहुंच गई है.
एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि कोई ड्राइवर राइड को कैंसल करता है तो उसे 50-70 रुपये का जुर्माना लग सकता है और यह पैसा यात्री को मिलेगा. यह तभी संभव हो पाएगा, जब सरकार इस पर सहमत हो जाए. व्यस्त समय में राइड बुक करने वाले खुश हैं कि इस तरह का एक प्रोजोजल सरकार के पास पहुंचा है.
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यह सुनिश्चित करने के लिए कि नियमों का पालन किया जाए, स्थानीय परिवहन कार्यालय (Local Transport Office) के पास वाहन के अच्छी स्थिति में न होने पर उसकी काम करने की अनुमति छीनने की शक्ति हो सकती है. यात्री जब ऐप के जरिये शिकायत करते हैं, तो सेवा चलाने वाली कंपनी को यह देखना होगा कि ट्रैवलिंग एक्सपीरियंस कैसा रहा और कार की कंडीशन कैसी है.