Minimum Balance Rule: सेविंग्स अकाउंट्स में एक मिनिमम बैलेंस रखना भी जरूरी है. ऐसा ना करने पर बैंक आपके ऊपर जुर्माना भी लगा सकता है. बता दें कि मिनिमम बैलेंस वह राशि है जो हर व्यक्ति को कम से कम अपने खाते में रखनी चाहिए.
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नई दिल्ली. बैंकों में आमतौर पर 2 तरह के अकाउंट खोले जाते हैं- सेविंग्स अकाउंट और करेंट अकाउंट. सेविंग्स अकाउंट खुलवाने पर आपको एक मिनिमम बैलेंस का नियम (Minimum Balance Rule) पालन करना होता है. अलग-अलग बैंकों की अपनी एक अलग मिनिमम बैलेंस लिमिट होती है. अगर आप मिनिमम बैंलेंस को मेंटेन नहीं करते हैं तो बैंक आपके ऊपर जुर्माना भी लगा सकता है.
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एसबीआई में मिनिमम बैलेंस के नियम
मार्च 2022 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने बेसिक सेविंग्स अकाउंट पर एवरेज मंथली बैलेंस को खत्म करने का फैसला किया था. इससे पहले, एसबीआई खाताधारकों को अपने खाते में 3,000 रुपये, 2,000 रुपये या 1,000 रुपये का औसत मासिक बैलेंस रखना पड़ता था. यह बैलेंस उनकी ब्रांच के हिसाब से रखना होता था.
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आईसीआईसीआई बैंक में मिनिमम बैलेंस के नियम
आईसीआईसीाई बैंक में रेगुलर सेविंग्स अकाउंट के लिए एवरेज मिनिमम बैलेंस 10,000 रुपये और सेमी अर्बन ब्रांचों के लए 5,000 रुपये और ग्रामीण इलाकों में आने वाल ब्राचों के लिए मिनिमम सेविंग्स अकाउंट बैलेंस क्राइटेरिया 2,000 रुपये है.
क्या है जीरो बैलेंस अकाउंट
हालांकि कई सारे बैंक अपने ग्राहकों को जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट की सुविधा देते हैं. इसमें आपको यूजर्स को कोई भी मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करना होता है. हालांकि ऐसे खातों में आमतौर पर मुफ्त लेनदेन और निकासी पर मासिक सीमा होती है.