नई दिल्लीः इक्किसवीं सदी में कई सारी चीजें बदली हैं. कई सारी चीजें नई आई हैं.लोगो के करियर के विकल्पों में भी इजाफा हुआ है. खासतौर युवाओं को तरह-तरह के करियर मौके मिलते रहे हैं. हर चीज डिजिटल होने के कारण सब कुछ वर्चुअल होती जा रही है. जिससे लोगों को रोजगार का अवसर मिल रहा है.
युवा इन क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने से नहीं चुक रहे हैं. इन सबके बीच क्रिप्टो करेंसी नाम की एक करेंसी ने पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित किया. लोगों ने इसे करियर के तौर पर बेहतर विकल्पों में से एक माना. युवाओं में क्रिप्टो करेंसी को लेकर बहुत क्रेज है. क्या कारण है कि आज लोग क्रिप्टो करेंसी के दिवाने हो गए हैं. सवाल है आखिर किसने बनाया ये क्रिप्टो करेंसी. कब और कहां की गई इसकी शुरूआत. इसमें क्यों देखा जा रहा है बेस्ट करियर.इससे लोगों ने करोड़ों कैसे कमाया . आईए जानते हैं इन सारे सवालों के जवाब.
क्रिप्टो में बेहतर करियर
जैसा कि क्रिप्टो करेंसी की शुरूआती दौर में जब बिटकॉइन को बनाया गया था तब उसकी कीमत केवल कुछ रुपये में थी. लेकिन 2021 में उसकी कीमत में इतनी उछाल आई कि बढ़कर लगभग 55 लाख तक गई थी. जिन्होंने पहले इंवेस्ट किया था वे सब करोड़पति बन गए. आज भी उसकी कीमत लगभग 30 लाख है. क्रिप्टो करेंसी में कई करेंसी आई जिसकी कीमत पैसों और रुपयों में रही और फिर बढ़कर हजारों लाखों तक गई. कई लोग जिन्होंने क्रिप्टो में इंवेस्ट किया था उन सब ने लाखों-करोड़ों कमाए. क्रिप्टो करेंसी में लंबे समय के लिए इंवेस्ट करना हमेशा फायदेमंद साबित रहा है.
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जापान में बना था क्रिप्टो करेंसी
सबसे पहले जापान का एक सतोषी नाकमोतो नामक इंजीनियर ने 2009 में क्रिप्टो करेंसी को बनाया था. जिसका नाम बिटकॉइन है. बिटकॉइन को बनाने के बाद सालों तक कोई सफलता नहीं मिली थी. लेकिन एक समय आया कि बिटकॉइन पूरी दुनिया में छा गई. आज हर कोई बिटकॉइन को जानता है. यही नहीं क्रिप्टो से पहले लोग बिटकॉइन को जानते हैं. 2010 में बिटकॉइन की कीमत लगभग 2-3 रुपये थी, लेकिन 2021 में इसकी कीमत 55 लाख तक गई थी. फिर उसके बाद क्रिप्टो में कई सारी करेंसी बनने लगी. अब बिटकॉइन के अलावा क्रिप्टो करेंसी की संख्या हजारों में है.
क्या है क्रिप्टो करेंसी
कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी क्रिप्टो करेंसी एक इंडिपेंडेंट मुद्रा है. यह करेंसी किसी भी एक ऑथारिटी के हाथ में नहीं होती है. क्रिप्टो करेंसी कोई भी नहीं चलाता, जिस तरह रुपये, यूरो और डॉलर को चलाने का अधिकार सरकार के हाथों में होती है उस तरह से क्रिप्टो करेंसी को चलाने का अधिकार किसी के पास नहीं होता है. क्रिप्टो करेंसी हर अधिकार से पूरी तरह आजाद है. इसका प्रयोग आमतौर पर किसी सामान की खरिदारी करने के लिए, या किसी सर्विस के लिए डिजिटल पेमेंट के लिए किया जाता है.
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क्रिप्टो है पूरी तरह सुरक्षित
क्रिप्टो करेंसी में इंवेस्ट करने में किसी तरह का कोई जोखिम नहीं है, इसकी कीमत ऊपर-नीचे जाती रहती है. इसमें लंबे समय के लिए इंवेस्ट करना फायदेमंद साबित होता है. इसमें धोखाधड़ी की ना के बराबर गुंजाईश है. इसलिए विश्वेषकों की राय के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी करियर के लिए बेस्ट विकल्पों में से एक माना जाता है.