Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि 1 फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट में कोई बड़ी घोषणा नहीं की जाएगी, क्योंकि यह अंतरिम बजट होगा. हम चुनावों में जाएंगे. नतीजों के बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी.
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Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि 1 फरवरी 2024 को पेश किए जाने वाले बजट में कोई ‘‘बड़ी घोषणा’’ नहीं होगी क्योंकि यह आम चुनाव से पहले लेखानुदान होगा.
सीतारमण ने कहा कि यह सच है कि एक फरवरी 2024 को जो बजट घोषित किया जाएगा वह सिर्फ ‘वोट ऑन अकाउंट’ होगा क्योंकि हम चुनाव की तैयारी में होंगे. इसलिए सरकार जो बजट पेश करेगी वह सिर्फ तब तक के लिए सरकारी खर्चों को पूरा करने के वास्ते होगा जब तक कोई नई सरकार नहीं बन जाती.’’
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) और वित्त मंत्रालय द्वारा आयोजित वैश्विक आर्थिक नीति मंच 2023 के दौरान सीतारमण ने कहा कि देश तब 2024 की गर्मियों में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा होगा.
ब्रिटिश परंपरा का पालन करते हुए एक फरवरी के बजट को ‘वोट ऑन अकाउंट’ कहा जाएगा.
सीतारमण ने कहा कि चुनाव के समय (वोट ऑन अकाउंट में) कोई बड़ी घोषणा नहीं होती. इसलिए आपको नई सरकार आने और जुलाई 2024 में अगला पूर्ण बजट पेश करने तक का इंतजार करना होगा.
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सीतारमण एक फरवरी 2024 को लोकसभा में एक अप्रैल 2024 से शुरू होने वाले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश करेंगी.
अंतरिम बजट को ‘वोट ऑन अकाउंट’ भी कहा जाता है. मौजूदा सरकार को आम चुनाव के बाद नई सरकार बनने तक का खर्चा दिया जाएगा.
क्या होता है अंतरिम बजट?
चुनावी साल के दौरान, मौजूदा सरकार पूर्ण केंद्रीय बजट पेश नहीं कर सकती है. इसलिए, इसके बजाय वित्त मंत्री एक अंतरिम बजट पेश करते/करती हैं जो एक छोटी अवधि के लिए सरकार के खर्चों और राजस्व को कवर करता है जब तक कि एक नई सरकार निर्वाचित होकर कार्यभार नहीं संभाल लेती.
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अंतरिम बजट और पूर्ण बजट में क्या अंतर होता है?
अंतरिम बजट आम चुनाव से 2 से 4 महीने पहले पेश किया जाता है. दूसरी ओर, केंद्रीय बजट, सरकार का प्राथमिक वित्तीय विवरण होने के नाते, पूरे वित्तीय वर्ष के लिए होता है. अंतरिम बजट केवल पिछले वर्ष के खर्चों और आय का सार प्रस्तुत करता है.