Salary Increment in India: देश की आर्थिक तरक्की अच्छी चल रही है. भारत की जीडीपी के लिए विभिन्न ग्लोबल रेटिंग एजेंसियों और आर्थिक संस्थाओं ने अच्छे अनुमान लगाए हैं. शुक्रवार को आरबीआई ने भी मौद्रिक नीति में कोई बदलाव न करके स्थिरता के संकेत दिए हैं.
ये भी पढ़ें– PPF Scheme: पैसे की फुल गारंटी, 500 रुपये के निवेश पर बन जाएंगे लखपति, नहीं लगेगा टैक्स
अब कर्मचारियों के लिए भी अच्छी खबर आई है. अगले वित्त वर्ष के दौरान देश में लगभग 10 फीसदी सैलरी इंक्रीमेंट हो सकता है. ये इंक्रीमेंट या अप्रेजल पिछले साल से ज्यादा होगा क्योंकि अगले साल चुनाव भी हैं और इकोनॉमी की तेजी से कई सेक्टर्स को सपोर्ट मिल सकता है. Deloitte Increments Trends survey की रिपोर्ट के मुताबिक ये अनुमान आया है.
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में आएगी तेजी
अनुमान के मुताबिक, अगले साल देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काफी तेजी आएगी. इसके अलावा लाइफ साइंसेज सेक्टर में भी काम करने वालों की सैलरी सबसे ज्यादा बढ़ सकती है. इसके चलते नौकरियों की डिमांड बढ़ेगी और वेतन वृद्धि भी होगी. रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल कर्मचारियों की औसत वेतन वृद्धि 9.2 फीसदी रही थी. साल 2024 में यह बढ़कर 9.8 फीसदी पहुंच सकती है. उम्मीद जताई जा रही है कि प्रमोशन का आंकड़ा भी बढ़ेगा ताकि रिटेंशन रेट को बेहतर रखा जा सके. मगर, अगले साल से कर्मचारियों प्रदर्शन पर कंपनियां और ज्यादा निगरानी रखेंगी.
ये भी पढ़ें– डायनेमिक बांड म्यूचुअल फंड्स क्या होते हैं, इनमें निवेश करने पर आपको क्या फायदा होगा?
राजनीतिक स्थिरता का भी दिखेगा असर
ज्यादातर भारतीय कंपनियों में अप्रैल से जून के बीच इंक्रीमेंट का दौर चलता है. सैलरी में बढ़ोतरी इस पर निर्भर करती है कि पिछले साल कंपनी ने कैसा प्रदर्शन किया और इस साल उनका क्या अनुमान है. चूंकि, उसी सीजन में चुनाव भी निपट चुके होंगे, इसलिए राजनीतिक परिदृश्य में भी कोई शंका नहीं रह जाएगी. आर्थिक नीतियां भी स्पष्ट होंगी, इसलिए कंपनियां अच्छे वेतन वृद्धि देकर टैलेंट को अपने साथ जोड़े रख सकती हैं.
जानिए कहां-कहां से उम्मीद
सर्वे में उम्मीद जताई गई है कि मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमेशन, सीमेंट, फाइनेंशियल सर्विसेज, लाइफ साइंसेज और इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में न सिर्फ नौकरियां बढ़ने की उम्मीद है बल्कि सैलरी इंक्रीमेंट भी अच्छे होंगे.
ये भी पढ़ें– Dollar Vs Rupee: शुरुआत कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया हुआ मजबूत, 2 पैसे बढ़कर कर रहा है ट्रेड
हालांकि, एनर्जी सेक्टर से उतने अच्छे संकेत नहीं मिल रहे. सर्विस सेक्टर, हॉस्पिटेलिटी, एविएशन और लॉजिस्टिक्स सेक्टर के कर्मचारियों को भी मोटी सैलरी मिल सकती है. मगर, टेलिकॉम और रिटेल सेक्टर की वर्तमान स्थिति को हुए ज्यादा इंक्रीमेंट न मिलने की आशंका जताई जा रही है.