दिल्ली और पंजाब के बाद अपने तीसरे सबसे बड़े जनाधार वाले प्रदेश गुजरात में आम आदमी पार्टी (आप) को झटके पर झटका लग रहा है। विधायक भूपत भायाणी के इस्तीफे के बाद अब भरूच में एक साथ 40 से अधिक पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अरविंद केजरीवाल की पार्टी का साथ छोड़ दिया है। इन सभी ने एक साथ पार्टी को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
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गुजरात के ‘आप’ प्रमुख इसुदान गढ़वी को आधिकारिक लेटर में माइनॉरिटी विंग के अध्यक्ष अमजद खान पठान, 33 पार्टी कार्यकर्ताओं और 10 पदाधिकारियों ने एक साथ इस्तीफे का ऐलान किया। इन नेताओं ने ऐसे समय पर पार्टी का साथ छोड़ा है जब एक दिन पहले ही विसावदर सीट से विधायक भूपत भायाणी ने इस्तीफा दे दिया।
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देशगुजरात की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सामूहिक इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए भरूच में आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष पीयूष पटेल ने कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दिया है वे विधानसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी में निष्क्रिय थे। इसकी वजह से उन्हें संगठन में जगह नहीं दी गई थी। पटेल ने यह भी कहा कि इस्तीफे के लिए पार्टी के लेटरहेड का गलत इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि मामले को प्रदेश नेतृत्व के सामने रखा गया है और उचित कार्रवाई की जाएगी।
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पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के 5 प्रत्याशी जीतकर विधायक बने थे। पार्टी ने करीब 13 फीसदी वोट शेयर हासिल किया था। दिल्ली और पंजाब के बाद अरविंद केजरीवाल की पार्टी को सबसे अधिक वोट गुजरात में ही मिले हैं। यही वजह है कि पार्टी को यहां लोकसभा चुनाव में भी काफी उम्मीदे हैं। पिछले एक साल में एक विधायक समेत कई पार्षद और अन्य पदाधिकारियों ने आप का साथ छोड़कर भाजपा या कांग्रेस का दामन थाम लिया।