Investment Tips : म्युचुअल फंड और शेयर बाजार में पैसे लगाने वाले निवेशकों को हमेशा ऐसे विकल्प की तलाश रहती है, जहां उनका पैसा तेजी से बढ़ सके. अगर आपको भी ऐसे ही किसी विकल्प की तलाश है तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इक्विटी एंड डेट फंड का आक्रामक हाइब्रिड फंड सही साबित हो सकता है.
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नई दिल्ली. म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार ऐसे कुएं हैं, जहां हर निवेशकी की प्यास बुझ सकती है. बस निवेश करते समय सावधानी बरतें और धैर्य बनाए रखें. बाजार में कई ऐसे विकल्प हैं, जो आपके पैसे को कुछ ही साल में कई गुना बढ़ा देते हैं. ऐसा ही एक विकल्प है आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इक्विटी एंड डेट फंड का आक्रामक हाइब्रिड फंड ( पूर्व में बैलेंस्ड फंड) जिसने हर साल 15 फीसदी का ताबड़तोड़ रिटर्न दिया है.
दरअसल, इस हाइब्रिड फंड का एयूएम 26,272 करोड़ रुपये है. यह सेबी के स्कीम वर्गीकरण नियम के अनुसार, अपना इक्विटी एक्सपोज़र 65% -80% के बीच रखता है. वहीं, डेट एक्सपोज़र 20% -35% के बीच बनाए रखता है. अगर फंड की 24 साल की यात्रा पर नजर दौड़ाई जाए तो पता चलेगा कि 3 नवंबर, 1999 को शुरू होने के बाद से 30 नवंबर, 2023 तक 1 लाख के निवेश को 29.33 लाख रुपये का फंड बना दिया है. यानी हर साल 15.06% का रिटर्न मिला है. इसी अवधि में निफ्टी 50 टीआरआई (अतिरिक्त बेंचमार्क) ने 13.48% का रिटर्न दिया है. यहां 1 लाख का निवेश करने वाले का पैसा अब तक 21.03 लाख रुपये हो गया है.
सिप ने बना दिया करोड़पति
इसी फंड में एसआईपी शुरू करने वाले निवेशकों की तो चांदी हो गई. अगर किसी ने 1999 में 10 हजार रुपये महीने की एसआईपी शुरू की थी तो अब तक यह राशि बढ़कर 2.8 करोड़ रुपये हो चुकी है.
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इस दौरान निवेश केवल 28.9 लाख रुपये का ही किया गया है. इसका मतलब है कि इस फंड ने एसआईपी को सालाना 16.12% का रिटर्न दिया है. अगर निफ्टी 50 में इस निवेश को देखा जाए तो सिर्फ 14.43% सालाना का ब्याज मिला है.
ज्यादा रिटर्न का क्या है राज
इस योजना में बाजार पूंजीकरण यानी लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश करने की सुविधा है. 30 नवंबर, 2023 तक लार्ज, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में एक्सपोज़र क्रमशः 90%, 5% और 5% है. आवंटन इन-हाउस प्राइस टू बुक मॉडल के अनुसार, योजना के शुद्ध इक्विटी स्तर पर निर्भर करेगा. स्टॉक चयन के लिए, योजना टॉप-डाउन और बॉटम-अप अप्रोच का मिक्स उपयोग करती है और अपने निवेश अप्रोच में सेक्टर को ज्यादा महत्व नहीं देती है. यह फंड पावर, टेलीकॉम, ऑटो और ऑयल एंड गैस पर ज्यादा भरोसा नहीं करता है.
बिना जोखिम उठाए भी बनाता है पैसा
जब पोर्टफोलियो के डेट साइड की बात आती है, तो यह फंड सरकार, अर्ध-सरकारी एजेंसियों और अच्छी तरह से रिसर्च किए गए कॉर्पोरेट प्रतिभूतियों द्वारा जारी फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज में निवेश करता है. फंड एए और उससे ऊपर की क्रेडिट रेटिंग वाली लंबी अवधि की निश्चित आय प्रतिभूतियों पर ही पैसे लगाता है.
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कॉर्पोरेट प्रतिभूतियों में एक्सपोज़र पोर्टफोलियो को उचित आय (कैरी) अर्जित करने में सक्षम बनाता है. फंड का 30 नवंबर, 2023 को डेट एक्सपोजर 27.5% रहा है. पोर्टफोलियो का शेष 2.1% रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (आरईआईटी) और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट्स) के यूनिट्स में निवेश किया गया है.