विपक्षी गठबंधन (INDIA Alliance) के शीर्ष नेतृत्व की अहम बैठक जारी है। इस बैठक में गठबंधन को मजबूत करने, सीट बंटवारे के लिए रणनीति बनाने और गठबंधन का संयोजक बनाने पर चर्चा हो सकती है। यह बैठक वर्चुअली हो रही है, जिसमें 14 पार्टियों के नेता शामिल हुए हैं।
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हालांकि बैठक से पहले ही विपक्ष को झटका लगा और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल नहीं हो रही हैं। साथ ही शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे भी विपक्षी गठबंधन की इस बैठक में शामिल नहीं हुए। विपक्षी गठबंधन की बैठक को लेकर भाजपा सांसद दिलीप घोष ने तंज कसा है। उन्होंने कहा ‘विपक्षी गठबंधन कोई काम नहीं करता और सिर्फ बैठकें करता है। कुछ नहीं होगा और जल्द ही यह गठबंधन टूट जाएगा।’
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टीएमसी और कांग्रेस में नहीं बन पा रही सहमति
वहीं ममता बनर्जी के बैठक में शामिल ना होने पर टीएमसी ने कहा कि उन्हें बैठक के लिए शॉर्ट नोटिस पर सूचना दी गई और साथ ही कांग्रेस ने बैठक के एजेंडे के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी। हाल के दिनों में यह दूसरी बार है जब टीएमसी ने कांग्रेस के साथ बैठक से इनकार किया है। गुरुवार को ही टीएमसी ने बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के साथ बैठक से इनकार कर दिया था। दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो सीटें देने की पेशकश कर रही हैं और ज्यादा से ज्यादा तीन पर वह मान सकती हैं, लेकिन कांग्रेस इस पर सहमत नहीं है।
नीतीश कुमार संयोजक पद के दावेदार
विपक्षी गठबंधन के संयोजक पद के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नाम की चर्चा है।
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जदयू चाहती है कि नीतीश कुमार को संयोजक पद की जिम्मेदारी मिले क्योंकि उन्हीं की पहल पर विपक्षी पार्टियां एकजुट हुईं। हालांकि ममता बनर्जी की पार्टी द्वारा इसका विरोध भी हो रहा है।