ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को बीसीसीआई ने अपने सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया है. विश्व विजेता टीम के कप्तान कपिल देव का कहना है कि देश से बढ़कर कोई नहीं है. कुछ लोगों को तो तकलीफ होगी तो होने दो.
नई दिल्ली. दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के फैसले का सपोर्ट करते हुए कहा है कि इससे कुछ खिलाड़ियों को तकलीफ होगी तो होने दो. देश से बढ़कर कोई नहीं है. बीसीसीआई के निर्देश के बावजूद ईशान किशन और श्रेयस अय्यर रणजी ट्रॉफी मैचों में नहीं खेले. इसके बाद भारतीय बोर्ड ने दोनों को अपने सालाना कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया. श्रेयस ग्रेड बी में शामिल थे जबकि ईशान के पास ग्रेड सी का अनुबंध था. बोर्ड ने दोनों से कॉन्ट्रेक्ट छीन लिया है. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने साथ ही कहा कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट टूर्नामेंट यानी रणजी ट्रॉफी को बचाए रखने के लिए यह जरूरी कदम है.
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युवा विकेटकीपर ईशान किशन (Ishan Kishan) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को बुधवार को 2023-24 सत्र के लिए बीसीसीआई (BCCI) के केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची से बाहर कर दिया गया था. इस फैसले पर मिश्रित प्रतिक्रिया मिल रही हैं जिसमें कीर्ति आजाद (Kirti Azad) और इरफान पठान ने इन दोनों खिलाड़ियों का समर्थन किया है. कपिल ने किसी का नाम लेने से बचते हुए कहा कि घरेलू क्रिकेट की अहमियत बरकरार रखने के लिए बीसीसीआई को फैसला लेना ही था.
कपिल देव ने कहा, ‘हां, कुछ खिलाड़ियों को परेशानी होगी. कुछ लोगों को तकलीफ होगी, होने दो लेकिन देश से बढ़कर कोई नहीं है. बहुत अच्छा फैसला. मैं बीसीसीआई को घरेलू क्रिकेट का दर्जा बचाने के मद्देनजर जरूरी कदम उठाने के लिए बधाई देता हूं. मुझे यह देखकर दुख होता था कि एक बार खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद को स्थापित कर लेते हैं तो वे घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना बंद कर देते थे.’बीसीसीआई ने केंद्रीय अनुबंध की घोषणा करते हुए खिलाड़ियों से घरेलू प्रतियोगिताओं को अहमियत देने का आग्रह किया था.
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‘मैं हमेशा से इस प्रक्रिया में भरोसा रखता हूं’
बकौल कपिल देव, ‘यह संदेश पहले ही दिया जाना चाहिए था. बीसीसीआई का यह कड़ा कदम है जो घरेलू क्रिकेट की प्रतिष्ठा बरकरार रखने के लिए फायदेमंद होगा. उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा से इस प्रक्रिया में भरोसा करता हूं कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अपने संबंधित राज्य के लिए खुद को उपलब्ध कराएं. इससे घरेलू खिलाड़ियों को उनका समर्थन मिलने से मदद मिलती है. साथ ही यह राज्य संघ द्वारा दी गई सेवाओं को वापस लौटाने का भी अच्छा तरीका है.’ कपिल ने साथ ही माना कि स्थापित हो चुके स्टार खिलाड़ियों का दायित्व है कि वे घरेलू क्रिकेट खेले क्योंकि उन्हें अपने संबंधित राज्यों की ओर से खेलते हुए ही सफलता मिली है.
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ईशान पिछले साल साउथ अफ्रीका दौरा बीच में छोड़कर स्वदेश लौट आए थे
ईशान किशन पिछले साल नवंबर में साउथ अफ्रीका दौरे से बीच में ही स्वदेश लौट आए थे. बीसीसीआई ने कहा था ब्रेक के तहत ईशान स्वदेश लौटे हैं. इसके बाद कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि ईशान को वापसी के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने होंगे लेकिन झारखंड के इस विकेटकीपरी ने इसे अनसुना कर दिया. ठीक वैसे ही चोट की वजह से टीम इंडिया से बाहर होने वाले श्रेयस ने भी रणजी मैचों से दूरी बना रखी थी. जिसके बाद बोर्ड ने दोनों से सालाना कॉन्ट्रेक्ट छीन ली.