Safe Medicine For Fever: बुखार आने पर लोगों को दिन में दो या तीन बार पैरासिटामोल टेबलेट ही लेनी चाहिए. एंटीबायोटिक दवाई हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद लेनी चाहिए, वरना सेहत को नुकसान हो सकता है. डॉक्टर से जानेंगे कि फीवर आने पर लोगों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.
ये भी पढ़ें:– Urine Colours: गुलाबी, भूरा, क्लाउडी, पीला और लाल, यूरिन के ये 5 कलर बताएंगे सेहत का हाल
Best Medicine For Fever: उत्तर भारत में इस वक्त मौसम तेजी से बदल रहा है और लोगों को वायरल बुखार की समस्या हो रही है. वायरल बुखार तेजी से फैलता है और एक से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है. बुखार को लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, वरना कंडीशन गंभीर हो सकती है. कई लोग बुखार से निजात पाने के लिए पेनकिलर्स, तो कई लोग एंटीबायोटिक दवा लेना शुरू कर देते हैं. अब सवाल है कि क्या फीवर आने पर लोग पेनकिलर्स और एंटीबायोटिक ले सकते हैं? अगर नहीं, तो कौन सी दवा ले सकते हैं और कितनी बार ले सकते हैं. इन सभी सवालों के जवाब डॉक्टर से जान लेते हैं.
ये भी पढ़ें:– सेहत बनाने के चक्कर में ज्यादा तो नहीं खा रहे काजू? बना सकता है बीमार, जानें क्या हो सकती है समस्या
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट और सीनियर फिजिशियन डॉ. अनिल बंसल के मुताबिक बुखार आने पर लोगों को सिर्फ पैरासिटामोल टैबलेट ही लेनी चाहिए. किसी भी तरह का बुखार हो, पैरासिटामोल को सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. फीवर आने पर लोगों को अपनी मर्जी से एंटीबायोटिक दवाएं बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए. ऐसा करने से सेहत को नुकसान हो सकता है. बार-बार गलत तरीके से एंटीबायोटिक लेने से शरीर में एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस पैदा हो सकता है और बाद में इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. एंटीबायोटिक दवाएं हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेनी चाहिए. जो लोग अपनी मर्जी से ये दवाएं लेते हैं, उन्हें सावधान हो जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें:– हार्वड ने बताया ये 5 फूड्स हैं कैल्शियम से भरे, रोज खाने से नहीं होगी बॉडी में Calcium Deficiency
डॉक्टर की मानें तो वायरल फीवर में पैरासिटामोल ही सबसे कारगर दवा है और लोग जरूर के अनुसार दिन में दो या तीन बार पैरासिटामोल टेबलेट ले सकते हैं. अगर 2-3 दिन तक बुखार ठीक न हो तो डॉक्टर से मिलकर जांच करानी चाहिए. एंटीबायोटिक की बात करें तो ये दवाएं वायरल फीवर में कारगर नहीं होती हैं और इन दवा का इस्तेमाल बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होने वाले बुखार में किया जाता है. अपनी मर्जी से यह दवा किसी भी व्यक्ति को नहीं लेनी चाहिए. इसके अलावा लोगों को बार-बार पेन किलर्स भी नहीं लेने चाहिए, क्योंकि ज्यादा पेनकिलर्स लेने से सेहत को कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं. अगर किसी को बुखार आए और कुछ दिनों में ठीक न हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.